सोनी सब का पौराणिक शो ‘वीर हनुमान’ दर्शकों के बीच खासा लोकप्रिय हो रहा है। शो में भगवान हनुमान के बचपन की कहानियाँ दर्शकों के दिलों को छू रही हैं। हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर शो के दो प्रमुख कलाकार – महिर पंधी (बालि और सुग्रीव) और हिमांशु सोनी (भगवान विष्णु) दिल्ली पहुंचे और अपने अनुभव साझा किए। पेश है इस खास मौके पर उनकी दिलचस्प बातचीत।
महिर, आप ‘वीर हनुमान’ में बालि और सुग्रीव जैसे दो विपरीत किरदार निभा रहे हैं। यह अनुभव आपके लिए कैसा रहा?
यह किरदार मेरे लिए एक गहरा और समृद्ध अनुभव रहा है। बालि और सुग्रीव दोनों ही जटिल भावनाओं से भरे हुए हैं – एक तरफ सत्ता, अभिमान और शक्ति है, तो दूसरी तरफ भाईचारा, संघर्ष और आत्म-खोज। इन दोनों को निभाना मेरे एक्टिंग करियर का बहुत खास हिस्सा है। और जब दिल्ली में दर्शकों से मिला, तब उनके चेहरे पर जो अपनापन और सराहना देखी, उससे मेरा यह सफर और भी खास बन गया।
हिमांशु, भगवान विष्णु जैसे दिव्य किरदार को निभाना अपने आप में एक बड़ी ज़िम्मेदारी होती है। आपने इस भूमिका को कैसे महसूस किया?
बिलकुल, यह केवल एक किरदार नहीं, बल्कि एक माध्यम है – आस्था से जुड़े करोड़ों लोगों तक पहुंचने का। दिल्ली की यात्रा मेरे लिए भावुक कर देने वाली रही। वहाँ जयकारे, मंत्र, और लोगों का भावनात्मक जुड़ाव देखकर मन भर आया। मुझे यह याद दिलाया गया कि इस रोल के ज़रिए मैं उन कहानियों का हिस्सा बन रहा हूँ जो लोगों को आस्था, शक्ति और प्रेरणा देती हैं।
दर्शकों के साथ यह सीधा जुड़ाव आपको किस रूप में प्रेरित करता है?
दर्शकों की प्रतिक्रियाएं किसी भी कलाकार के लिए सबसे बड़ा इनाम होती हैं। जब कोई बच्चा आकर कहता है कि वो मुझे बालि या सुग्रीव के रूप में पहचानता है, तो वो पल दिल को छू जाता है।
हिमांशु सोनी: बिलकुल, और खासतौर पर हनुमान जयंती जैसे मौके पर जब लोग भावनाओं से भरे होते हैं, तब उनका आशीर्वाद और प्यार हमें आगे बढ़ने की ताकत देता है।
दर्शक ‘महासप्ताह’ से क्या उम्मीद कर सकते हैं?
महिर पंधी: 7 से 12 अप्रैल तक जो महासप्ताह आएगा, वो भक्ति, वीरता और दिव्यता का अद्भुत संगम होगा। इसमें कई रोमांचक घटनाएं और भावनात्मक क्षण होंगे।
हिमांशु सोनी:यह सप्ताह भगवान हनुमान की महिमा को एक नए स्तर पर ले जाएगा। दर्शकों को बहुत कुछ नया देखने को मिलेगा, जो उनके मन को छू जाएगा।
‘वीर हनुमान’ सिर्फ एक शो नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, भक्ति और परंपरा की जीवंत प्रस्तुति है। महिर पंधी और हिमांशु सोनी जैसे समर्पित कलाकार इसे और भी खास बना रहे हैं। हनुमान जयंती पर महासप्ताह के साथ यह अनुभव और भी अविस्मरणीय होने जा रहा है।