•सच्ची घटनाओं से प्रेरित, शिक्षा मंडल का निर्देशन सैयद अहमद अफजल ने किया है; इसके मुख्य कलाकार हैं गौहर खान, गुलशन देवैया और पवन राज मल्होत्रा
•इस एमएक्स ओरिजिनल सीरीज़ के सभी एपिसोड एमएक्स प्लेयर पर 15 सितंबर 2022 से स्ट्रीम होंगे
मुंबई,आज जहाँ हम भारत के युवाओं को अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते देख रहे है| वहीं शिक्षा प्रणाली में ऐसी कई धोखाधड़ी प्रथाएं और घोटाले हैं, जो उनके करियर को बर्बाद करने में अहम भूमिका निभा रही है।
हमारे देश में फैले इसी तरह के बड़े शिक्षा घोटाले का पर्दाफाश करते हुए, एमएक्स प्लेयर अपने एमएक्स ओरिजिनल सीरीज़ के तहत शिक्षा मंडल लेकर आया है जो आपको शिक्षा के क्षेत्र की एक बेहद कठिन कहानी से मिलवाएगा।
सच्ची घटनाओं से प्रेरित इस सीरिज़ में देश के कमजोर छात्रों को प्रभावित करने वाली भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिशों का खुलासा किया गया है। सैयद अहमद अफजल द्वारा निर्देशित इस सीरिज़ में गौहर खान, गुलशन देवैया, पवन राज मल्होत्रा, राजेंद्र सेठी और इरम बदर खान प्रमुख भूमिकाओं में हैं | यह सीरिज़ आपके पसंदीदा ओटीटी चैनल एमएक्स प्लेयर पर 15 सितंबर से स्ट्रीम होने के लिए तैयार है।
ट्रेलर लिंक:
इस ट्रेलर में दिखाया गया है कि कैसे मेधावी छात्रों को एक भ्रष्ट शिक्षा प्रणाली में एक ऐसी भूमिका निभाने के लिए मजबूर किया जाता है, जिसमें अधिकारियों के सामने खड़े होने की कोई उम्मीद नहीं होती। धन, रहस्य, राजनीति और बहुत सारे घोटालों को केंद्र में रखकर बनाई गई इस सीरिज़ को देखकर इस बात का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि किस तरह शैक्षिक संस्थानों के साथ मिलकर भ्रष्ट नेता सुनियोजित तरीकों से परीक्षा घोटालों को अंजाम देते हैं। यह सीरिज़ इस बात पर भी प्रकाश डालती है कि कैसे इस घोटालों में फंसे मासूम छात्र रहस्यमय ढंग से गायब होकर मौत के घाट उतार दिए जाते हैं। अपनी खतरनाक मंसूबों के साथ इन प्रथाओं पर ध्यान आकर्षित करते हुए शिक्षा मंडल उन जटिलताओं और अवांछित संचालनों सहित धोखाधड़ी को प्रदर्शित करने का वादा करती है जो उच्च स्तरीय परीक्षाओं का हिस्सा हैं।
अपनी इस सीरिज़ पर बात करते हुए निर्देशक सैयद अहमद अफजल ने कहा, “जैसा कि शिक्षा मंडल सच्ची घटनाओं से प्रेरित कहानी है सो हमने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि कहानी जितनी मनोरंजक है, उतनी ही यथार्थवादी भी हो। यह हमारे लिए एक सौभाग्य की बात है कि हमारे पास गौहर, गुलशन और पवन सर जैसे प्रतिभाशाली कलाकार हैं, जिन्होंने स्क्रिप्ट और मुझ पर विश्वास दिखाया! मुझे इस बात की भी बेहद खुशी है कि इस शो के ज़रिए एमएक्स प्लेयर के साथ हमारा जुड़ाव और मजबूत हुआ है और हमें उम्मीद है कि हम साथ मिलकर ऐसी और कई कहानियां बनाएंगे, जो दर्शकों को लुभाए।”
इस सीरिज़ में एक पुलिस वाले की भूमिका निभा रहीं गौहर खान ने कहा, “मुझे खुशी है कि मैं शिक्षा मंडल का हिस्सा हूं, और यह पहला मौक़ा है जब किसी शो में मैंने एक पुलिस का किरदार निभाया है। मेरे लिए यह एक चुनौतीपूर्ण भूमिका है और मुझे उम्मीद है कि मैं इसके साथ पूरा न्याय करूंगी। शिक्षा मंडल शिक्षा घोटाले के इर्द-गिर्द घूमती है। हालांकि शिक्षा संस्थानों में घोटाले हमारे लिए चिंता का विषय है क्योंकि हम सबसे बड़ी और सबसे बुद्धिमान आबादी हैं। अत: हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि हम सभी को शिक्षित होने के लिए समान और निष्पक्ष अवसर दें। यह एक ऐसी चीज है जिस पर हमें सबसे अधिक काम करने का प्रयास करना चाहिए।”
अपनी बात कहते हुए गुलशन देवैया ने कहा, “शिक्षा से जुड़ा कोई भी घोटाला, परीक्षा पास करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे उम्मीदवारों पर भारी आघात करता है और उनका मनोबल तोड़ने के लिए काफी है। एक अभिनेता के रूप में, मैंने हमेशा अपनी भूमिकाओं के ज़रिए स्क्रिप्ट और कंटेंट के साथ कुछ नया करने की कोशिश की है, जिस पर मैं हमेशा काम करता रहूँगा। शिक्षा मंडल एक ऐसा ही एक प्रोजेक्ट है। इस सीरिज़ के साथ जुडकर मैं बेहद खुश हूँ। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि शिक्षा एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है जो हमारे आज को सशक्त बनाने के साथ साथ हमारे कल को भी आकार देने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। इस प्रकार, स्वयं एक शिक्षक होने के नाते इस कहानी का हिस्सा बनना और एक शिक्षक की भूमिका निभाना मेरे लिए एकदम सही था। सभी क्षेत्रों में शिक्षा सबसे जरूरी है और मैं सचमुच उसके आदर्शों में विश्वास करता हूँ। मैं यह बात यकीन से कह सकता हूँ कि एक टीम के रूप में, हमने एक ऐसे शो को बनाने में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है, जो दर्शकों के लिए प्रासंगिक, गूंजने वाला और प्रभावशाली साबित होगा।”
इस सीरिज़ में बेहद शक्तिशाली व्यक्ति की भूमिका निभा रहे पवन राज मल्होत्रा ने कहा, “मुझे ऐसी भूमिकाएँ करना पसंद है जो दर्शकों पर प्रभाव डालती हैं। फिर वह चाहे हास्य के साथ हो या एक सटायर हो। शिक्षा मंडल के साथ हमने भ्रष्ट शैक्षणिक सर्किट का पुनर्निर्माण करने की कोशिश की है, साथ ही यह भी देखेंगे कि इसमें शामिल आम लोगों पर यह क्या प्रभाव डालती है। मैं इसी तरह की कहानियों का हिस्सा बनना पसंद करता रहा हूँ।”