फिल्म ‘पारो पिनाकी की कहानी’ का टीज़र लॉन्च, हाशिए पर जीने वालों की भावनाओं को आवाज़

नई दिल्ली,कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया, संसद मार्ग में शुक्रवार को सामाजिक संवेदनाओं से भरी फिल्म “पारो पिनाकी की कहानी”का विशेष टीज़र लॉन्च किया गया। यह फिल्म भारत के सबसे उपेक्षित समुदाय—मैनुअल स्कैवेंजरों—की जिंदगी, संघर्ष और उनके अस्तित्व से जुड़ी भावनात्मक कहानी को पर्दे पर उतारती है।

फिल्म में मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं सांसद संजय सिंह की पुत्री इशिता सिंह और संजय बिश्नोई ने। फिल्म का निर्देशन रुद्र जादौन ने किया है और इसका निर्माण इशिता सिंह, उत्कर्ष सिंह और प्रदीप जादौन (समीर) ने किया है।

“पिनाकी जैसे लोग भी सपने देखने का हक रखते हैं” — संजय बिश्नोई,टीज़र लॉन्च पर अभिनेता संजय बिश्नोई ने कहा कि “पारो पिनाकी की कहानी उन दो जिंदगियों की दास्तां है, जिन्हें समाज ने हमेशा किनारे रखा। पिनाकी नाले साफ करने वाला कर्मचारी है और पारो एक सब्जी बेचने वाली लड़की। प्रेम, बराबरी और आत्मसम्मान की इस लड़ाई में पिनाकी हर उस सिस्टम से भिड़ता है जो उसे न स्वीकार करता है, न उसके प्यार को।”

उन्होंने बताया कि सच्चाई को पर्दे पर उतारने के लिए उन्होंने और इशिता ने असल नालों, सब्जी मंडियों और सफाईकर्मियों के बीच समय बिताया। असल लोकेशन्स पर शूटिंग की गई और कई वास्तविक सफाईकर्मियों ने भी फिल्म में हिस्सा लिया।

“हमने संदेश नहीं, एक सच्ची लव स्टोरी कही है” — इशिता सिंह

मुख्य अभिनेत्री इशिता सिंह ने कहा कि फिल्म को डॉक्यूमेंट्री की तरह नहीं, बल्कि एक संवेदनशील और मनोरंजक प्रेम कहानी की तरह प्रस्तुत किया गया है।उन्होंने कहा, “इस फिल्म में समाज के लिए एक बड़ा संदेश है, लेकिन इसे कहने का तरीका पूरी तरह एंटरटेनिंग रखा गया है। टीज़र को मिल रही प्रतिक्रिया बेहद उत्साहजनक है।”

इशिता इससे पहले अनुभव सिन्हा की चर्चित फिल्म ‘मुल्क’ में भी नजर आ चुकी हैं।

निर्माताओं ने कहा— ‘यह सिर्फ फिल्म नहीं, संवेदनशील हस्तक्षेप है’निर्माता उत्कर्ष सिंह और प्रदीप जादौन (समीर) ने कहा कि फिल्म समाज में फैली असमानता और भेदभाव पर एक जरूरी हस्तक्षेप है, जो मनोरंजन के साथ-साथ दर्शकों को सोचने पर मजबूर करेगी।

फिल्म की सोलफुल म्यूजिक एल्बम को भी टीज़र लॉन्च पर सराहना मिली।15 दिसंबर को नई दिल्ली में होगी स्पेशल स्क्रीनिंग, टीज़र लॉन्च के बाद फिल्म के प्रति उत्सुकता बढ़ गई है और 15 दिसंबर को नई दिल्ली में इसकी विशेष स्क्रीनिंग रखी गई है।
“पारो पिनाकी की कहानी” अपनी संवेदनशील विषय-वस्तु, यथार्थवादी प्रस्तुति और दमदार अभिनय के कारण सामाजिक बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण संदेश देने वाली फिल्म मानी जा रही है।

 

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