कलाकारों के लिये प्रशंसकों से अपने काम की तारीफ पाने से बढ़कर कुछ नहीं होता है। और अक्सर प्रशंसकों से मिलने या उनसे सामना होने का अनुभव खूबसूरत यादें दे जाता है, जिन्हें कलाकार हमेशा अपने पास संजोकर रखते हैं। एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ के हमारे प्यारे मनमोहन तिवारी (रोहिताश्व गौड़) को हाल ही में ऐसा ही एक यादगार अनुभव मिला है। वह अपनी आॅनस्क्रीन वाइफ अंगूरी (शुभांगी अत्रे) के साथ गणेश चतुर्थी मनाने के लिये इंदौर में थे। अपनी इस यात्रा के दौरान वो उस समय दंग रह गए, जब एक होटल में महिला प्रशंसकों के एक समूह ने उन्हें घेर लिया और शो में उनके किरदार तथा काम की तारीफ की।
‘भाबीजी घर पर हैं‘ में मनमोहन तिवारी का किरदार निभा रहे रोहिताश्व गौड़ ने इस यादगार पल के बारे में बात करते हुये बताया, ‘‘मेरा मानना है कि एक कलाकार को सच्ची सफलता तब मिलती है, जब लोग उसे उसके किरदार से पहचानने लगें। मेरे दिल को बड़ी खुशी होती है, जब लोग मुझे तिवारी जी कहते हैं। अपने प्रशंसकों से हमें जो प्यार और सपोर्ट मिलता है, वह बेजोड़ है और उनके हाव-भाव मुझे अक्सर गहराई तक छू जाते हैं और इनका असर लंबे समय तक रहता है। हाल ही में इंदौर के हमारे दौरे में मुझे अपनी जिन्दगी के सबसे यादगार में से कुछ पल मिले, जब असल जिन्दगी की कुछ भाबियों से मेरी मुलाकात हुई और वे हमारे शो ‘भाबीजी घर पर हैं’ की प्रशंसक थीं। तीस से चालीस महिलाएं उस होटल में किटी पार्टी कर रही थीं, जहाँ मैं ठहरा था। जैसे ही उन्होंने मुझे देखा, बड़े प्यार से कहने लगीं ‘तिवारी जी कैसे हैं आप?’ जब मैंने मुस्कुराकर उनका अभिवादन किया और दोस्ताना तरीके से हेलो कहा, तब सभी ने मुझे घेर लिया और वे सेल्फी लेना चाहती थीं। एक पल के लिये तो इतना प्यार को देखकर मैं भावुक हो गया, लेकिन फिर मैंने खुद को संभाल लिया (हंसते हैं)। हालांकि, वह पल मेरे दिल को सचमुच छू गया, जब उन्होंने मेरे लिये गाने गाये। प्रशंसकों की हर कलाकार की जिन्दगी में एक अभिन्न भूमिका होती है, क्योंकि वे हमारे कॅरियर को आकार देने की ताकत रखते हैं। उनके कारण ही आज हम इस मुकाम पर हैं। वे लगाव दिखाते हैं, फीडबैक देते हैं और कई तरीके से समीक्षा भी करते हैं। सच कहूं तो हर कलाकार की जिन्दगी में ऐसे पहल असाधारण और अनमोल होते हैं। अपने काम के लिये इतना प्यार और तारीफ पाना मेरे लिये बड़ी खुशकिस्मती की बात है।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘इंदौर में मेरा ससुराल है और मेरे दिल में इसके लिए खास जगह है। वहाँ ठहरने के दौरान मुझे जो प्यार और स्नेह मिला, वह सचमुच दिल को सुकून देने वाला था।’’