शहज़ाद अहमद
अगले पांच वर्षों में 100,000 लेखकों को प्रकाशित करने की तैयारी भारत के सबसे बड़े पुस्तक प्रकाशन मंच, नोशन प्रेस ने लगभग आठ प्रमुख क्षेत्रीय भाषाओं की आगे बढ़ने में मदद के लिए भारतीय भाषा में प्रकाशन के क्षेत्र में कदम रखने की घोषणा की है। यह प्लेटफॉर्म अब अंग्रेजी के अलावा हिंदी, मराठी, कोंकणी, गुजराती, बंगाली, तमिल, कन्नड़ और मलयालम भाषाओं की पुस्तकें भी प्रकाशित करेगा। भारतीय लेखक अब जल्द ही पेपरबैक और ई-बुक दोनों तरह से अपनी पसंद की क्षेत्रीय भाषा में अपनी कहानियां प्रकाशित कर सकते हैं, जिन्हें 100 से अधिक देशों में पाठकों को बेचा जा सकेगा। पिछले साल, नोशन प्रेस ने एक्सप्रेस पब्लिशिंग को लॉन्च किया था – यह अपनी तरह का पहला डू-इट-योरसेल्फ प्लेटफॉर्म है – जो कि उभरते हुए लेखकों को केवल 30 मिनट में उच्च गुणवत्ता वाली पुस्तकों को प्रकाशित करने की सुविधा प्रदान करता है। यह प्लेटफॉर्म कुछ ऐसे टूल्स प्रदान करता है जो प्रकाशन प्रक्रिया की शुरूआत से लेकर अंत तक मदद करते हैं। एक्सप्रेस पब्लिशिंग को उपयोग करने की सबसे अच्छी बात यह है कि- यह लेखकों के लिए पूरी तरह से मुफ्त है।