एण्डटीवी प्रस्तुत करता है समानता के अधिकारों पर केंद्रित एक दमदार सोशल ड्रामा ‘भीमा’

एण्डटीवी पर प्रसारित होने वाले ‘भीमा’ में बेहद प्रतिभाशाली कलाकार नजर आएंगे, जिनमें तेजस्विनी भीमा, स्मिता साबले भीमा की माँ धनिया, अमित भारद्वाज भीमा के पिता मेवा, नीता मोहिन्द्रा कैलाशा बुआ और मयंक मिश्रा और विक्रम द्विवेदी उसके दो बेटों कलिका सिंह एवं विशम्भर सिंह की भूमिका निभाएंगे। वहीं त्रिपुरारी यादव भीमा के मामा गया और नेहा शर्मा उनकी पत्नी फुलमतिया की भूमिका में होंगी। इस शो को राज खत्री प्रोडक्शंस ने बनाया है और इसका प्रीमियर 06 अगस्त, 2024 को रात 8:30 बजे और हर सोमवार से शुक्रवार एण्डटीवी पर शो का प्रसारण होगा।

एण्डटीवी का नया शो ‘भीमा‘ 80 के दशक की पृष्ठभूमि पर बना है। राज खत्री प्रोडक्शंस ने इसका निर्माण किया है। इसमें भीमा नाम की एक लड़की की कहानी दिखाई गई है जो किसी दूसरी जाति से ताल्लुक रखती है। यह एक लड़की की दुविधा और समान अधिकारों को लेकर उसके सफर को दिखाता एक सोशल ड्रामा है। दर्शकों को शो में इस लड़की के साहसिक सफर की कहानी देखने को मिलेगी, जिसमें वह अपने परिवार, समाज और आर्थिक हालातों से उपजी मुश्किलों का सामना करती नजर आती है। काफी अन्याय और भेदभाव झेलने के बावजूद, वह बड़ी ही बेबाकी से उन परेशानियों को पीछे छोड़ देती है। ढेर सारी चुनौतियों के बावजूद भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. बी. आर. आंबेडकर के कानूनों और आदर्शों को बनाए रखना भीमा के अटूट विश्वास को दिखलाता है। इतनी छोटी-सी उम्र में उसने खुद को इस मिशन के नाम समर्पित कर दिया। समाज का प्रभावी तबका उसके काम से घबराकर पूरी ताकत से एकजुट होकर उसकी कोशिशों को विफल करने का प्रयास करता है। इतनी बड़ी रुकावट के बावजूद भी भीमा बिलकुल नहीं घबराती तथा अपनी कोशिशें और तेज कर देती है।

इस शो के बारे में बात करते हुए, एण्डटीवी के बिजनेस हेड विष्णु शंकर ने कहा, ‘‘हमारे शोज ‘एक महानायक- डॉ. बी. आर. आंबेडकर’ और ‘अ टल’ की शानदार सफलता यह दिखाती है कि उम्मीद और फिर उठ खड़े होने की कहानियाँ हमारे दर्शकों को पसंद आती हैं। हमारे नए शो ‘भीमा’ में भीमा नामक एक बच्ची की कहानी है। वह समान अधिकारों के लिए लड़ती है। पहचान पाने और समाज में बदलाव के लिए अपनी आकांक्षाओं के चलते वह मुश्किलों का सामना करती है। कहानी में सामाजिक बाधाओं से उभरने का एक दमदार वृत्तांत होगा और आशा, लगन तथा बदलाव जैसे सार्वभौमिक विषयों पर रोशनी डाली जाएगी। दर्शकों को भीमा की चुनौतियाँ और जीत अपनी जैसी लगेगी और उसकी कहानी प्रेरक तथा प्रासंगिक होगी। इससे एक ताकतवर नजरिया भी मिलेगा, जिसके साथ दर्शक अपने मूल्यों और मान्यताओं को खोजेंगे। ऐसे में कहानी दिलचस्प और विचारों को झकझोरने वाली होगी।’’

राज खत्री प्रोडक्शंस के प्रोड्यूसर राज खत्री ने अपनी बात रखते हुए कहा, ‘‘भीमा दृढ़ता, लगन और आकांक्षाओं की एक रोचक कहानी है। यह शो जज्बातों और खूबसूरत प्रोडक्शन का एक बढ़िया संगम है, जो टेलीविजन दर्शकों के बीच अच्छी गुणवत्ता के कंटेन्ट की बढ़ती चाहत को पूरा करता है। मैं लगातार दमदार कहानियाँ लाने और हमारे शो को देशभर के दर्शकों के साथ सार्थक तरीके से जोड़ने वाला एक मंच देने के लिए एण्डटीवी की हार्दिक प्रशंसा करता हूँ। भीमा की कहानी प्रेरित करेगी, विचारों को झकझोरेगी और संवेदना तथा समझ को बढ़ावा देने में कहानी कहने की कला को मजबूत करेगी।’’
भीमा के लेखक शांति भूषण ने कहा, ‘‘यह सोशल ड्रामा 1980 में उत्तर प्रदेश की ग्रामीण पृष्ठभूमि पर आधारित है और इसे कलात्मक रुझान के साथ बनाया गया है। इसमें उस दौर को दोबारा जीवित किया गया है, जो अपने दर्शकों के लिए प्रासंगिक है। हर किरदार को सावधानी से गढ़ा गया है और इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है कि हर सीन प्रासंगिक रहे। भीमा के किरदार को देखकर आत्ममंथन की प्रेरणा मिलेगी और यह सोशल ड्रामा को कामयाबी की नई ऊँचाईयों पर लेकर जाएगा।’’
भीमा में अपने टाइटल रोल के बारे में बात करते हुए, तेजस्विनी सिंह ने कहा, ‘‘भीमा हिम्मती है और उसमें पढ़ाई करने की लगन है। वह कई मुश्किलों का सामना करते हुए भी सच्चाई के साथ खड़े रहने पर यकीन रखती है। यह एक प्रेरणादायक और दमदार किरदार है और मैं टाइटल रोल निभाने के लिए बहुत उत्साहित हूँ। मुझे उम्मीद है कि लोग हमारे शो को उतना ही पसंद करेंगे, जितना मजा हमें इसकी शूटिंग में आया है।’’
भीमा की माँ धनिया का किरदार निभा रहीं स्मिता साबले ने कहा, ‘‘भीमा की दमदार कहानी दर्शकों का ध्यान खींचेगी। एक्टर होने के नाते हम ऐसी भूमिकाएं पाने की कोशिश करते हैं, जो सार्थक हों और जिनका असर लंबे वक्त तक बना रहे। धनिया परवाह करने वाली माँ है, जो अपने परिवार को बांधकर रखती है। वह पढ़ाई के महत्व को समझती है और इसके लिए भीमा के अधिकार की हिमायत करती है।’’

भीमा के पिता मेवा का किरदार निभाने के बारे में अमित कुमार ने कहा, ‘‘मेवा एक साधारण व्यक्ति है, जो हर किसी का भला चाहता है और हमेशा लोगों की मदद करने की इच्छा रखता है। हालांकि, उसकी कमजोरी यह है कि वह अन्याय के खिलाफ बोल नहीं पाता है, चाहे अन्याय उस पर ही क्यों न हो। बड़ी सावधानी से किए गए मेवा के इस चित्रण और ‘भीमा’ की दिलचस्प कहानी ने मुझे इस शो के लिए तुरंत हां करने के लिए प्रेरित किया।’’

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