अपने योग रुटीन को पर्सनलाइज करने और इसके फायदे बढ़ाने के लिये कलाकारों के डीआईवाय प्राॅप्स!

मानसिक एवं शारीरिक सेहत को बेहतर बनाने के लिये योग एक बेहतरीन उपाय है। यह खुद को ज्यादा मजबूत और ज्यादा स्वस्थ बनाने की दिशा में की जाने वाली एक यात्रा है। कुछ लोग, जैसे कि एण्डटीवी के कलाकार अपने योग रुटीन को ज्यादा असरदार बनाने के लिए अपने घर पर ही मेकशिफ्ट प्राॅप्स तैयार कर लेते हैं। जिम जाने के बजाए यह तरीका उन्हें अपने हिसाब से शेप में रहने की ताकत देता है। योग करने वाले लोग अक्सर तरह-तरह की चीजों का इस्तेमाल करते हैं, ताकि उनका अभ्यास बेहतर हो। इसमें आम घरेलू चीजों से भी काम लिया जाता है। यह असली और घर पर कस्टमाइज किये गये प्राॅप्स मनोबल बढ़ाने के साथ-साथ वांछित काम भी कर देते हैं। एण्डटीवी के कलाकार ‘अटल‘, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ जैसे लोकप्रिय शोज में अपने किरदारों के लिये मशहूर हैं। उन्होंने घर पर योग करते समय अपने इस्तेमाल में आने वाले तरह-तरह के प्राॅप्स के बारे में बात की। यह कलाकार हैं आशुतोष कुलकर्णी (कृष्ण बिहारी वाजपेयी, ‘अटल’), गीतांजलि मिश्रा (राजेश, ‘हप्पू की उलटन पलटन’) और विदिशा श्रीवास्तव (अनीता भाबी, ‘भाबीजी घर पर हैं’)। आशुतोष कुलकर्णी ने कहा, ‘‘मेरे दिन की शुरुआत योग के साथ होती हैै, चाहे जल्दी सुबह सेट पर हो या घर पर। यह सेहतमंद रहने का एक पारंपरिक तरीका है और व्यायाम के सर्वश्रेष्ठ प्रकारों में से एक है। इसमें महंगे उपकरणों की जरूरत नहीं होती है। घर में बने प्राॅप्स काफी उपयोगी हो सकते हैं। उदाहरण के लिये, मैंने पुराने कंबलों से एक मोटा मैट बनाया है, जिसे मोड़ने पर मेरे घुटनों और जोड़ों को ज्यादा गद्दीदार एहसास होता है। सहारे के लिये उसे डबल भी किया जा सकता है। मैंने एक हथौड़े को डंबल में भी बदल दिया है। इसके लिये मेरे पिताजी के स्कूटर के पुराने भारी पुर्जों को उसके दोनों सिरों पर लगाया है। योग में हल्के डंबल का इस्तेमाल करने से रेंजिस्टेंस और इंटेंसिटी बढती है और मांसपेशियों को ताकत मिलती है। ज्यादा स्वस्थ एवं संतुलित जीवन जीने के लिये आज से ही योग करना शुरू कीजिये।’’

‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में राजेश का किरदार निभा रहीं गीतांजलि मिश्रा ने योग और डीआईवाय प्राॅप्स के बारे में बताते हुए कहा, ‘‘योग शारीरिक मुद्राओं से कहीं बढ़कर है; इसमें उन मुद्राओं को बिलकुल सही तरीके से करने के लिये एक बैलेंस बनाना पड़ता है। यह खुद को ज्यादा ताकतवर और स्वस्थ बनाने की एक यात्रा होती है। योग मुद्राओं में संतुलन के लिये मैं तरह-तरह के डीआईवाय प्राॅप्स का इस्तेमाल करती हूँ। जैसेकि, मैं जरूरी स्टैबिलिटी एवं सपोर्ट के लिये किताबों से मेकशिफ्ट योग ब्लाॅक्स बनाती हूँ। कभी-कभी मैं खड़े होकर और बैठकर किए जाने वाले योग अभ्यासों के लिए डाइनिंग चेयर की मदद लेती हूँ। इसके अलावा, मैंने पुरानी साइकल के टायरों को पेंट किया है। और अब मैं इनका इस्तेमाल स्टैंडिंग एवं बैलेंसिंग पोजेज के दौरान स्टैबिलिटी, बैलेंस ट्रेनिंग और सपोर्ट के लिए हुला हूप्स के तौर पर करती हूं। योग सिर्फ लचीलेपन के लिये नहीं होता है, बल्कि इससे हमारा अपने मन और शरीर से भी जुड़ाव बनता है।’’ ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की अनीता भाबी के नाम से मशहूर विदिशा श्रीवास्तव ने बताया, ‘‘लचीला शरीर और शांत दिमाग सटीक तरीके से काम करने के लिये जरूरी हैं। योगाभ्यास और घर के बने प्राॅप्स ने यह सुकून पाने में मेरी बहुत मदद की है। उदाहरण के लिये, मैं स्टैंडिंग पोजेज में संतुलन के लिये या जब संभव हो, ज्यादा खिंचाव के लिये दीवारों का इस्तेमाल करती हूँ। मैंने प्लास्टिक के बेकार तारों से कूदने की रस्सी बनाई है, क्योंकि मुझे जम्पिंग में मजा आता है। वे योग स्ट्रैप्स का काम भी करती हैं। उनसे खिंचाव की मुद्राओं में और लचीलापन बढ़ाने में मदद मिलती है। कभी-कभी मैं पानी से भरी बोतलों का इस्तेमाल वजन के तौर पर या कुछ मुद्राओं में सपोर्ट के लिये करती हूँ, जैसे कि योगा ब्लाॅक्स। तो मैट पर योग करते रहिये और खुद पर ध्यान दीजिये- आखिरकार स्वस्थ शरीर का अर्थ स्वस्थ दिमाग से होता है।’’

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