एण्डटीवी के ‘दूसरी माँ‘, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ के किरदार आने वाले सप्ताह में आश्चर्यजनक स्थिति में नजर आयेंगे। एण्डटीवी के ‘दूसरी माँ‘ की कहानी के बारे में बताते हुये रणधीर शर्मा ने कहा, ‘‘सड़क पार करते हुये कृष्णा (आयुध भानुशाली) को एक कार टक्कर मार देती है। यशोदा (नेहा जोशी) उसे अस्पताल ले जाती है और वहां पर डाॅक्टर्स यशोदा को कृष्णा की फौरन सर्जरी करने के लिये 1.50 लाख रूपये जमा करने के लिये कहते हैं। दादी (अनीता प्रधान) दादाजी (सुनील दत्त) से इलाज के लिये पैसे देने की विनती करती हैं। दादाजी यशोदा को एक शर्त पर पैसे देने के लिये राजी हो जाते हैं कि उपचार के बाद यशोदा कृष्णा को छोड़ देगी। यशोदा दादाजी का आॅफर स्वीकार लेती है। हालांकि, रणधीर (दर्शन दवे) भी बिना किसी शर्त के यशोदा की तरफ मदद का हाथ बढ़ाता है।‘‘
एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कहानी के बारे में बताते हुये दरोगा हप्पू सिंह ने कहा, ‘‘हप्पू (योगेश त्रिपाठी) राजेश (कामना पाठक) से बहुत ज्यादा गुस्सा है, क्योंकि वह उसे परेशान करती है और इसकी वजह से एक अपराधी हप्पू की गिरफ्त से भाग गया है। हप्पू राजेश के पिता गब्बर (साहिब दास मानिकपुरी) से उसकी शिकायत करता है, जिसे वह सुन लेती है और उसे लगता है कि हप्पू अब उससे प्यार नहीं करता। वह कटोरी अम्मा (हिमानी शिवपुरी) से अपने मन की बात कहती है और उन्हें बताती है कि वह हप्पू के प्यार की परीक्षा लेना चाहती है। इस काम को पूरा करने के लिये वह कमलेश (संजय चैधरी) को अपनी योजना में शामिल करती है और उसे एक धोबी का वेश बनाने के लिये कहती है। वह उसके साथ फ्लर्ट करती है, जिसका हप्पू पर कोई असर नहीं पड़ता और इस बात से राजेश को और भी बुरा लगता है। तभी कमिश्नर (किशोर भानुशाली) वहां आता है और बताता है कि उसकी बीवी भाग गई है। यह सुनकर राजेश को एक और आइडिया सूझता है और वह धोबी के साथ नेपाल भागने की योजना बनाती है।‘‘ एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की कहानी के बारे में बताते हुये अंगूरी ने कहा, ‘‘तिवारी (रोहिताश्व गौड़) को एक कानूनी नोटिस मिलता है, जिसमें कहा गया है कि उसे अपना घर एवं दुकान खाली करना होगा, क्योंकि वो दोनों ही जगहें उसके बड़े भाई की हैं। अम्माजी (सोमा राठौड़) तिवारी एवं अंगूरी (शुभांगी अत्रे) को अपने साथ गांव चलने के लिये कहती हैं। लेकिन तिवारी गुस्सा हो जाता है, क्योंकि वह अनीता को नहीं देख पायेगा और दूसरी ओर विभूति (आसिफ शेख) को भी अंगूरी से दूर जाने की चिंता सता रही है। इसलिये वह अनीता से पूछे बिना उन्हें अपने घर में रहने के लिये कहता है, जिससे अनीता नाराज हो जाती है। अनीता उन दोनों के साथ बुरा बर्ताव करती है और उन पर सामान चुराने का आरोप लगाती है। अनीता की इस हरकत से वे हैरान रह जाते हैं और उन्हें बहुत दुःख होता है।‘‘