बचपन की मित्रता सबसे बेमिसाल

दोस्त हमारे जीवन का अहम हिस्सा होते हैं। दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है, जिसे लोग ताउम्र संभालकर रखते हैं, चाहे वे कितने ही बूढ़े क्यों ना हो जाएं। फ्रेंडशिप डे के मौके पर, एण्डटीवी के कलाकारों ने अपने बचपन के उन दोस्तों के बारे में बात की, जो आज भी उनके बेस्ट बडीज हैं। उनमें शामिल हैं, मौली गांगुली (महासती अनुसुइया, ‘बाल शिव‘), कामना पाठक (राजेश सिंह, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘), और विदिशा श्रीवास्तव (अनीता भाबी, ‘भाबीजी घर पर है‘)।

एण्डटीवी के ‘बाल शिव‘ की महासती अनुसुइया, मौली गांगुली,कहती हैं,‘‘यह फ्रेंडशिप डे मैं अपनी बडी रिंकू के नाम करना चाहती हूं, जोकि किंडरगार्टन से ही मेरी सबसे अच्छी दोस्त रही है। हमारा रिश्ता अटूट है और मैं उसके बिना जीवन की कल्पना नहीं कर सकती। अब उसकी शादी हो चुकी है और वह कटक में रहती है। हम अभी भी संपर्क में हैं और फोन और वीडियो काॅल पर हमारी बात होती रहती है। उसके साथ मेरी बहुत-सी अजीबोगरीब यादें हैं, जैसे स्कूल के दिनों में हम बारिश में पैदल स्कूल से घर जाया करते थे। हमें पानी से भरी सड़कों पर एक-दूसरे पर पानी उछालने में खूब मजा आता था और हम मिट्टी में सने हुए देर से घर पहुंचते थे। हम जानबूझकर लंबे रास्ते से जाया करते थे और फिर कुछ भूल जाने का बहाना करके वापस लौटकर जाते थे। हम एक-दूसरे से सारे सीक्रेट बताते थे और अब भी कुछ नहीं बदला। मैं खुद को खुशकिस्मत मानती हूं कि वह मेरी जिंदगी में है। मेरी प्यारी दोस्त और सभी लोगों को हैप्पी फ्रेंडशिप डे।‘‘

कामना पाठक, एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की राजेश का कहना है, ‘‘मेरी बचपन की दोस्त जो आज भी मेरे करीब है, वो है कोमल। वह मेरे होमटाउन यानी इंदौर में रहती है। अपने व्यस्त शूटिंग शेड्यूल की वजह से मुझे उससे बात करने का या फिर वह कैसी है यह जानने का मुश्किल से ही वक्त मिल पाता है। लेकिन मैं पूरी कोशिश करती हूं कि उसके संपर्क में रहूं और वो सबकुछ करने की कोशिश करती हूं, जिससे मुझे खुशी मिलती है। जैसे वह हमेशा बेक करती है और मेरे बर्थडे पर मेरे फेवरेट ब्राउनीज भिजवाती है। उसने हमेशा मेरा पूरा साथ दिया है, मेरे उदास दिनों और मुश्किल समय को खुशनुमा बनाया है और मेरे खिलखिलाते पलों को और भी ज्यादा खुशहाल और सुखद बनाया है। मुझे अपने जीवन का हर पल याद है और कैसे हम सर्राफा बाजार के स्ट्रीट फूड का लुत्फ उठाया करते थे। वह इतनी खुशमिजाज है कि उसके साथ रहकर कोई भी बोर नहीं हो सकता। वह मेरी सबसे अच्छी दोस्त है। मुझे किसी ऐसे इंसान को ढूंढना बड़ा ही मुश्किल लगता है जोकि मुश्किल समय में भी आपके साथ रहे और गिरने के बाद भी आपको उठने में मदद करे। मैं खुशकिस्मत हूं कि मेरे पास कोमल है, जो मुझे हर दिन ‘फ्रेंडशिप डे‘ जैसा महसूस कराती है।‘‘

विदिशा श्रीवास्तव, एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की अनीता भाबी कहती हैं, ‘‘पूरी जिंदगी आप कई लोगों से मिलते हैं। फिर भी कुछ ही लोग ऐसे होते हैं जोकि हमेशा के लिये आपसे जुड़ जाते हैं और मेरी दोस्त शिल्पी उनमें से एक है। वह मेरी सबसे करीबी दोस्तों में से एक है, जो अच्छे-बुरे वक्त में हमेशा ही मेरा साथ देती है। शिल्पी को पता है कि मेरे बहुत दोस्त नहीं हैं, लेकिन जो भी हैं वो मेरे जैसी सोच रखने वाले और भरोसेमंद हैं। शिल्पी हर शरारत में मेरी साथी रही है। वो कोई पूर्वाग्रह नहीं रखती और मेरी स्ट्रेस बस्टर है। उसके बिना अपने जीवन की कल्पना करना मुश्किल है। उसके साथ मेरी बहुत ही अच्छी यादें जुड़ी हैं। जैसे स्कूल पहुंचने के लिये शाॅर्टकट लेना, बड़ी-सी बाउंड्री चढ़कर जाना, एक साथ क्लास बंक करना, एक-दूसरे के क्रश को चिट्ठियां पहुंचाना, टीचर की फेवरेट होने पर झगड़ा करना और ऐसी ना जाने कितनी यादें हैं। उसके साथ रहकर मुझे एहसास हुआ है कि सच्ची दोस्ती का मतलब एक-दूसरे के साथ पूरी तरह ईमानदार रहना है और यह सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।‘‘

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