एण्डटीवी के शोज ‘अटल‘, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में दर्शक अपने चहेते किरदारों को मुश्किल हालात में पाएंगे। एण्डटीवी के ‘अटल‘ की कहानी के बारे में कृष्णा देवी वाजपेयी ने बताया, ‘‘अवध (राहुल जेठवा) घर छोड़ने का फैसला करता है। इस बीच कृष्णा देवी (नेहा जोशी) को अटल पर भरोसा है, क्योंकि अटल अपनी संस्कृति के अनुसार अपने फैसले पर टिका रहता है और लिखित में माफी मांगने से मना कर देता है। वह अवध और सरस्वती के लिये खाना ले जाकर उनसे बात करने का निर्णय लेता है। वह चाहता है कि मामले पर चर्चा हो और समाधान निकले। अवध और सरस्वती, अटल का खाना लेने से मना कर देते हैं, लेकिन वह लगातार उनका दरवाजा खटखटाता है। अटल डटा रहता है और उनके आने तक बाहर ही इंतजार करने की बात कहता है। तोमर (महमूद हाशमी) और बब्बन उसे उकसाते हैं, लेकिन अटल शांत रहता है। कृष्णा देवी बीच में आती हैं और विमला (प्रचिती अहिराव) तथा कृष्ण बिहारी को भाइयों के बीच के मामले में पड़ने से रोकती हैं। सरस्वती, अटल को दूर धकेलने की कोशिश करती है, लेकिन कृष्णा देवी बीच में आ जाती हैं। अटल अपने भाई को खाना खिलाने के लिये संकल्पित है, जबकि सरस्वती कहती है कि अवध खाना नहीं लेगा और न ही कोई बात करेगा। क्या अवध और अटल भाई होने के नाते अपने बीच के मुद्दे सुलझा लेंगे? जब प्रेम, सादा और अटल स्कूल जा रहे होते हैं, तब तोमर उनका मजाक उड़ाता है और कहता है कि शिक्षा पाने का क्या फायदा अगर उससे नौकरी न मिले। हालांकि, अटल आशावादी बना रहता है और कहता है कि उसके भाई अवध समेत हर किसी को नौकरी मिलेगी। जब वे निकलते हैं तब नीति नाम की एक लड़की अटल के पास आती है और उसे शादी के बजाए पढ़ाई करने में अटल की मदद चाहिये। क्या नीति को अटल से मदद मिलेगी और क्या अटल समाज में बदलाव ला सकेगा?’’
एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कहानी के बारे में दरोगा हप्पू सिंह ने बताया, ‘‘बिमलेश (सपना सिकरवार) चाहती है कि बेनी (विश्वनाथ चटर्जी) घर पर अपने फोन का इस्तेमाल न करे। यह आइडिया वह राजेश (गीतांजलि मिश्रा) को बताती है और राजेश भी हप्पू (योगेश त्रिपाठी) पर यही नियम लागू कर देती है। इस बीच, मास्टरजी (विजय कुमार सिंह) चमची (ज़ारा वारसी) और रणबीर (सौम्य आजाद) से कहते हैं कि उन्होंने होम लोन के लिये आवेदन किया है और रेफरेंस के तौर पर हप्पू का नाम दिया है। बच्चे उनकी मदद के लिये तैयार हो जाते हैं और कहते हैं कि वे हप्पू को रेफरेंस देने और बैंक से बात करने के लिये मना लेंगे। बदले में वह परीक्षा में पास होने के लिये मदद मांगते हैं। हप्पू को मनाने के लिये वे कटोरी अम्मा (हिमानी शिवपुरी) से मदद मांगते हैं और हप्पू उनकी बात मान लेता है। हालांकि, जब राजेश की मौजूदगी में मास्टरजी हप्पू को काॅल करते हैं, तब राजेश उसे काॅल उठाने से रोक देती है और बैंक का आदमी गुस्से में निकल जाता है। पुलिस स्टेशन में मलाइका (सोनल पंवार) चूंकि हप्पू की सीनियर बन चुकी है, इसलिये मामले सुलझाने में उसकी सुस्ती पर उसे फटकार लगाती है। वह धमकी देती है कि अगर हप्पू सुधार नहीं करता है, तो उसका डिमोशन या ट्रांसफर हो जाएगा। इस अल्टीमेटम से हप्पू को तनाव हो जाता है और उसे एक नई चुनौती मिलती है, जब पिंटू आता है और श्री पखावज के खिलाफ शिकायत करता है। पिंटू का आरोप है कि श्री पखावज पैसा लेने के बाद भी उसे सिंगिंग नहीं सिखा रहे हैं। अपने बचाव में पखावज दावा करते हैं कि उनका दिल नहीं टूटा है, इसलिये वह गा नहीं सकते और पिंटू सीख नहीं सकता। हप्पू एक औरत के भेष में आ जाता है, ताकि श्री पखावज पर डोरे डाले और सच्चाई का पता लगाकर मामले को सुलझा सके। हालांकि, मुश्किल तब होती है, जब डीआईजी आता है और हप्पू से कहता है कि वह उसके रिश्तेदार पिंटू पर डोरे डाल रही औरत का पता लगाये। अब हप्पू को अपनी भलाई के लिये इस पेचीदा स्थिति से बाहर आना ही होगा।’’ एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की कहानी के बारे में मनमोहन तिवारी ने बताया, ‘‘अंगूरी (शुभांगी अत्रे), तिवारी (रोहिताश्व गौड़), विभूति (आसिफ शेख) और अनीता (विदिशा श्रीवास्तव) अपनी जिन्दगी में कुछ रोमांच लाने के लिये भेष बदलकर एक गाना फिल्माने का फैसला करते हैं। हालांकि, जब गाना ‘‘चोर-चोर’’ बजता है, तब अनीता अचानक बेहोश हो जाती है। इस पर वे गाना बीच में रोककर डिनर के लिये तिवारी के घर जाते हैं। तिवारी के घर में अनीता रेस्टरूम जाने का बहाना बनाकर अंगूरी का ब्लाउज ले लेती है, और घर आकर अपने बिस्तर के नीचे रख देती है। अंगूरी अपने खोये हुए ब्लाउज के बारे में विभूति से पूछती है, लेकिन वह कुछ पता नहीं होने का दिखावा करता है। बाद में एक जाॅगिंग सेशन के दौरान अनीता जान-बूझकर तिवारी का ब्रेसलेट चुरा लेती है और तिवारी सोचता है कि वह खो गया। अनीता अब टीका (वैभव माथुर) और टिल्लू (सलीम ज़ैदी) के नये खुले ढाबे में जाती है और चम्मच चुरा लेती है। टीका भावुक हो जाता है, क्योंकि वे चम्मच उसकी माँ ने तोहफे में दिये थे। शक होने पर मास्टरजी (विजय कुमार सिंह) पर नजर रखी जाती है। लेकिन विभूति अनीता पर शक करने लगता है, क्योंकि उसे चुराई हुई चीजें अपने बिस्तर के नीचे मिलती हैं। अब वह अनीता से बात करके सभी को सच कैसे बताएगा?’’