एण्डटीवी के ‘दूसरी माँ‘, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ के किरदार इस हफ्ते हालातों से जीतने की कोशिश करेंगे। एण्डटीवी के ‘दूसरी माँ‘ की कहानी के बारे में बताते हुये यशोदा ने कहा, ”कृष्णा (आयुध भानुशाली) से नाराज होने के कारण परिवार वाले खाना खाने से इनकार कर देते हैं। कामिनी (प्रीति सहाय) कृष्णा को चुनौती देती है कि या तो वह घरवालों को खाना खिलाये या घर छोड़कर चला जाये। कृष्णा अपनी चेन बेच देता है और घरवालों के लिये पिज्जा लेकर आता है। वह पड़ोसियों को भी बुलाता है, ताकि वो दादाजी (सुनील दत्त) और परिवार के दूसरे सदस्यों को खाना खाने के लिये दवाब डालें। बाद में, कामिनी और महुआ पड़ोसियों में यह बात फैला देती हैं कि यशोदा (नेहा जोशी) ने ऐलान किया है कि कृष्णा अशोक (मोहित डागा) का बेटा है। उनमें से एक पड़ोसी दादाजी के पास पहुँचकर पूछता है कि क्या वाकई वह खबर सच है। तनाव के कारण दादाजी को पैनिक अटैक आ जाता है। मालती (अनीता प्रधान) यशोदा से विनती करती है कि वह कृष्णा को वापस भेज दे।“
एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कहानी के बारे में बताते हुये राजेश ने कहा, ”हप्पू (योगेश त्रिपाठी) की लालच और रिश्वतखोरी को लेकर खोदी लाल (शरद व्यास) अपनी नाखुशी जताता है। जब कटोरी अम्मा (हिमानी शिवपुरी) हप्पू को इस बारे में बताती है, तो वह वादा करता है कि अब आगे ऐसा नहीं करेगा। एचसीआर (ऋतिक, चमची और रणबीर) अपनी परीक्षाओं के लिये चिट तैयार करते हैं। हप्पू स्कूल जाता है और उन्हें एक्सपोज कर देता है, जिससे वे परीक्षा में फेल हो जाते हैं। गब्बर हप्पू को बताता है कि उसके किरायेदार उसके खिलाफ केस करने की धमकी दे रहे हैं और हप्पू से मदद करने का अनुरोध करता है, लेकिन वह इनकार कर देता है। क्या हप्पू की ईमानदारी उसे मुसीबत में डाल देगी?“ एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की कहानी के बारे में बताते हुये, विभूति नारायण मिश्रा ने कहा, ”माॅर्डन काॅलोनी के निवासियों को जब पता चलता है कि सरकार मछुआरों और मछुआरिनों को जमीन दे रही है, तो इसका फायदा उठाने के लिये मोहल्ले के सभी लोग मछुआरे एवं मछुआरिन का वेश धरने का फैसला करते हैं। इस बीच नगर निगम का एक आदमी वहाँ आता है और उन्हें नियम एवं कायदों के बारे में बताता है। वह कहता है कि सरकारी योजना का लाभ उठाने के लिये उन्हें मछुआरा संघ के मुखिया मचलेन्द्र से एक मछलीकरण सर्टिफिकेट लेना होगा। इस सर्टिफिकेट के बिना किसी को भी जमीन नहीं मिलेगी। प्रेम (विश्वजीत सोनी) सभी लोगों को मचलेन्द्र के बारे में बताता है और यह भी कि कैसे माचुरी ने उसका दिल तोड़ा था। वे सभी लोग अनोखे लाल सक्सेना (सानंद वर्मा) को माचुरी बनाने का फैसला करते हैं।“