शहज़ाद अहमद
जी का अर्थ – अ कल्चरल फेस्ट के दौरान विविधताओं का दौर जारी है
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में जारी महोत्सव अपने विषय, चर्चाओं, मनोरंजक प्रस्तुतियों के माध्यम से उपस्थित लोगों को लुभा रहा है
इस महोत्सव में दर्शकों को विभिन्न पैनल चर्चा और प्रदर्शनों के जरिये देश की कला, संस्कृति, साहित्य, इतिहास और समाज को जानने-समझने का अवसर मिला।पहले ही दिन की तरह फेस्ट के दूसरे दिन देश के कई ख्यातिप्राप्त वक्ताओं ने विभिन्न सत्रों में हिस्सा लिया। संगीतमय प्रस्तुतियों में मोहना कृष्णा, भाई मनोहर सिंह, मामे खान और यूफोरिया बैंड ने अपनी प्रस्तुतियों से अर्थ में रंग घोले।दिन भर के ज्ञान वर्द्धक एवं रोचक सत्रों के बीच शाम का समां रंगा-रंग हुआ राजस्थानी फोक से सुर्खियां पाने वाले गायक मामे खान और प्रख्यात बैंड यूफोरिया की प्रस्तुतियों से। मामे खान ने एक के बाद एक अपने लोकप्रिय गीत प्रस्तुत किये, इन गीतों में ‘केसरिया बालम, बदरी बदरिया, बुल्ला, रेलगाड़ी’ और कुछ पारम्परिक फोकगीत प्रस्तुत करते हुए महौल जबरदस्त बनाया। मामे खान की प्रस्तुति के उपरांत मंच सम्भाला यूफोरिया ने ‘मायरी, धूम पिचक धूम, आना मेरी गली, महफूज, धूम और फिर धूम’ आदि प्रस्तुत कर दिन को विराम दिया। दोनों ही लोकप्रिय कलाकारों की प्रस्तुति ने धूम मचायी और नाचने गाने पर मजबूर किया।इससे पूर्व दिन भर के सत्रों में द वार्प एंड वेफ्टः द ग्रैंडेयोर ऑफ इंडियन वियर पर शाइना एनसी, सुदीप भूटोरिया, सुवनकर सेन की चर्चा जिसकी मॉडरेटर थी शेफाली वैद्य।
इसके बाद मैन हूज़ आईडियाज़ शेप्ड इंडियाः नेताजी, स्वामी, विवेकानन्दा एवं सावरकर पर अनुज धर, लॉर्ड मेघनाद देसाई, मकरंद प्रांजपे, विक्रम सम्पत की शुभ्रस्था की चर्चा। साहित्य से सिनेमा तकः लिट्रेरी इंफ्लूएंस ऑन सेलुलॉयड पर अनंत विजय, भगवानदास मोरवाल, मनोज रंजन त्रिपाठी की अर्पित वगेरिया से चर्चा। हैप्पी फॉर नो रीज़न पर मंदिरा बेदी एवं सत्यादेव बर्मन की बातचीत। लॉबिंग फॉर द ‘राइट’ कॉज़ पर अनुराग सक्सेना, आर जगन्नाथन, रतन शारदा, शाइना एनसी की शुभ्रस्था के साथ बातचीत जारी रही।अगले सत्रों में इंडियाज़ सिविलाइजेश्नल इथोज़ एंड इट्स इंटरसेक्शन विद सिक्यूलरिज़्म पर केरल के राज्यपाल आरिफ मौहम्मद खान की मयंक सिंह के बातचीत। द अबरोगेशन ऑफ आर्टीकल 370 एंड वॉट इट मीन्स टू ‘कश्मिरियत’ पर आनंद रंगानाथन, गौहर गिलानी, जमयंग शेरिंग नामग्याल, सईद सलमान चिश्टी, विवेक अग्निहोत्री की अभिजीत अयर मित्रा से बातचीत शामिल थे। इसके अतिरिक्त गृहमंत्री अमित शाह ने भी उपस्थित मेहमानो को सम्बोधित किया।मामे खान ने कहा कि कला-संस्कृति का बखान करने इस उत्सव अर्थ में प्रस्तुति देना बहुत अच्छा लगा। पूरी तरह से मूल्यों, भाषाओं, विविधता से रचा बसा यह फेस्ट लोगों का अपनी धरोहर से जोड़ने का सशक्त प्रयास है। दिल्ली की जनता के बीच हमेशा बहुत अच्छा अनुभव हुआ है, जहां भी दर्शकों ने पूरी प्रस्तुति के दौरान हौंसला अफजाई की और प्रोत्साहित किया।
बहुत मजा आया हमें।यूफोरिया के पलाश सेन ने आयोजकों की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि आज के दौर में ऐसा उत्सव बहुत जरूरी है, जहां लोगों को विशेषरूप से बहुत सशक्त अंदाज में युवाओं को एक मंच पर विविधता जानने का, समझने का मौका मिलता है। एक से एक दिग्गज की पैनल चर्चा, उनसे रूबरू होना विशिष्ट अवसर है सभी के लिए। अपनी प्यारी दिल्ली में आना, अच्छी, जोशिली ऑडियंस से रूबरू होना, उनके साथ ताल मिलाना हमें एनर्जी से कार्यक्रम को अंजाम देने में मदद करता है। अर्थ में यह प्रस्तुति बहुत खास और अच्छी रही। दिल्लीवासियों का उनके प्यार व स्नेह के लिए दिल से शुक्रिया।
मौके पर श्रेयसी गोयंका (संस्थापक, अर्थ) ने कहा, “अर्थ को मिली सफलता को देखकर मैं बेहद अभिभूत हूं। हमने पिछले दो दिनों में कुछ आकर्षक पैनल चर्चा और समृद्ध प्रदर्शन किए हैं, और मैं उन सभी लोगों की आभारी हूं, जिन्होंने हमारे कार्यक्रम में भाग लिया और इसे सफल बनाया। हमें उम्मीद है कि बेहद रोचक सत्रों एवं संगीत नृत्य प्रस्तुतियों संग अर्थ का सफल एवं समृद्ध समापन करेंगे।’’
Tags arth-aculturefest #culturefestival