इंटरनेशनल जोक्स डे उन लोगों को समर्पित है, जो हमें हंसाते हैं और हमारी जिंदगियों में सबसे जरूरी चीज लेकर आते हैं और वह है हंसी
एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की अंगूरी भाबी (शुभांगी अत्रे) और विभूति नारायण मिश्रा (आसिफ शेख) एवं ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ के दरोगा हप्पू सिंह (योगेश त्रिपाठी) और उनकी पत्नी राजेश (कामना पाठक) भारतीय टेलीविजन की दो मशहूर जोड़ियां हैं, जिन्होंने अपनी काॅमिक टाइमिंग, पति-पत्नी की नोंक-झोंक और मजेदार तकियाकलामों से दर्शकों का दिल जीता है। इसके साथ ही उनके मजेदार चुटकुले सोशल मीडिया प्लेटफाॅम्र्स पर भी वायरल हैं। हम आपके लिये लेकर आये हैं उनके कुछ ऐसे ही मजेदार संवाद, जो आपको हंसा-हंसा कर लोट-पोट कर देंगे।
दरोगा हप्पू सिंह और उनकी दबंग दुल्हनिया राजेश मियां-बीवी वाली अपनी मजेदार नोंक-झोंक और काॅमिक डायलाॅग्स के लिये जाने जाते हैं। एक मजेदार एपिसोड में राजेश कहती है, ‘‘जाओ मैं तुमसे बात नहीं करूंगी।‘‘ इस पर हप्पू फौरन कहता है, ‘‘वाह! मैंने क्या किया है बता दो, आगे ऐसा ही करूंगा।‘‘ (हंसते हुये)। राजेश इस बात को हल्के में नहीं लेने वाली और वह अपनी बिल्कुल सटीक वापसी का मौका ढूंढती रहती है। एक दिन हप्पू उससे कहता है कि ‘‘तुम तैयार होने में देर करती हो, मुझे तो दो मिनट ही लगते हैं।‘‘ इस पर राजेश तपाक से जवाब देती है, ‘‘खिचड़ी और शाही पनीर बनने में अंतर होता है।‘‘
अंगूरी भाबी की मजेदार डायलाॅग डिलीवरी पर शो के कई प्रशंसकों को सबसे ज्यादा आंनद आता है और उनके दिलफेंक पड़ोसी विभूति नारायण मिश्रा उनकी बात को सुधारने का कोई भी मौका कभी नहीं गंवाते। एक एपिसोड में, अंगूरी भाबी अपने पौधों को पानी दे रही होती हैं और अपनी खुशी का इजहार करते हुये कहती हैं, ‘‘आज हमें लड्डू के भैया ने नया मोबाइल खरीद के दिया है।‘‘ इस पर विभूति कहता है, ‘‘अरे वाह! कौन से कंपनी का मोबाइल दिया है भाबीजी?‘‘ अंगूरी जवाब देती है, ‘‘लावारिस‘‘, जिस पर विभूति उनकी बात को सुधारते हुये और अंदाजा लगाते हुये कहते हैं, ‘‘भाबीजी वो लावारिस नहीं, लावा आइरिस है।‘‘ अंगूरी भाबी अपने पसंदीदा तकियाकलाम के साथ जवाब देती हैं, ‘‘सही पकड़े हैं!‘‘ विभूति और भाबीजी की कभी न खत्म होने वाली मजेदार बातचीत दर्शकों को खूब हंसाती है। विभूति पूछता है, ‘‘भाबीजी इतनी उदास क्यों हैं आप? व्हाय? व्हाय आर यू क्राइंग फाॅर मी? किसीने कुछ कहा आपको? अंगूरी भाबी अभी भी रो रही हैं। विभूति कहता है, ‘‘बताइये ना इतनी रो क्यों रही हैं आप। आंखों से इन मोतियों को टपकने से रोकें। ये खजाना बड़ी मुश्किल से मिलता है।‘‘ अंगूरी दुःखी होकर जवाब देती है, ‘‘वो ना हम बड़े हाॅट हो गये हैं।‘‘ विभूति अपने दिलफेंक अंदाज में कहता है, ‘‘भाबीजी ये भी कहने की बात है, जितनी पुरानी हो रही हैं, उतनी हाॅट हो रही हैं आप। आप पुरानी शराब की तरह हैं, जितनी पुरानी हो रही है, उतना मजा आ रहा है।‘‘ भाबीजी मासूमियत के साथ पूछती हैं, ‘‘हां, क्या बोले?‘‘ विभूति कहता है, ‘‘मेरा मतलब भाबीजी वो हाॅट नहीं हर्ट होता है।‘‘ भाबीजी अपने देशी अंदाज में कहती हैं, ‘‘जी सही पकड़े हैं।‘‘