आंध्र प्रदेश में राजनयिक बैठक के साथ वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन शुरू हुआ

व्यापारिक प्रतिनिधिमंडलों और इंडस्ट्री के दिग्गजों सहित 40 से ज्यादा देशों ने हिस्सा लिया

मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की गरिमामय उपस्थिति आंध्र प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन 2023 पूरी भव्यता के साथ प्रारंभ हुआ। उन्होंने उन 40 से 40 से अधिक देशों की राजनयिक संस्थाओं के साथ बातचीत की, जिन्होंने देश के प्रमुख व्यावसायिक और निवेश स्थान के रूप में इस संभावनाशील राज्य में निवेश के प्रति रुचि दिखाई।

उद्योग के प्रमुख दिग्गजों, अधिकारियों और व्यापारिक निकायों ने सत्र में भाग लिया और उत्कृष्ट निवेश स्थान के रूप में आंध्र प्रदेश में निवेश हेतु रुचि और स्वीकृति प्रकट की।
इंडस्ट्री के दिग्गजों ने राज्य में अपने परिचालन अनुभव की गवाही दी:
• श्री ताई जिन पार्क, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, किआ मोटर्स (दक्षिण कोरिया)
• श्री यामागुची, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, टोरे इंडस्ट्रीज (जापान)
• श्री दीपक धर्मराजन अय्यर, प्रेसिडेंट, कैडबरी इंडिया (अमेरिका)
• श्री रोशन गुणवर्धन, निदेशक, एवर्टन टी इंडिया प्रा. लिमिटेड (इटली)
• श्री सर्जियो ली, निदेशक, अपाचे एंड हिलटॉप ग्रुप (ताइवान)
• श्री बी संथानम, मुख्य कार्यकारी अधिकारी – भारत, सेंट गोबेन इंडस्ट्रीज (फ्रांस)
माननीय मुख्यमंत्री श्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कहा, “आप हमारे लिए बहुत मायने रखते हैं। हम यहां आपको एक मंच प्रदान करने के लिए उपस्थित हैं, यह एक ऐसा अनुभव होगा जो आपके अन्य किसी भी अनुभव से अलग होगा। माननीय प्रधानमंत्री जी ने हमें भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का रास्ता दिखाया है और, भारत के भीतर, आंध्र प्रदेश एक आकर्षक प्रदेश है – यह 11.43% विकास दर के साथ सबसे तेजी से बढ़ने वाला राज्य है, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में यहाँ बेजोड़ पेशकशें हैं और शेयरधारकों की प्रतिक्रिया के आधार पर हम तीन वर्षों से लगातार पहले स्थान पर हैं। इस प्रदेश की तटीय रेखा 974 किमी. लंबी है, जिस पर छह बंदरगाह होने के चलते इसे लॉजिस्टिक्स के मामले में प्रतिस्पर्धी बढ़त प्राप्त है। चार और बंदरगाह तैयार होने वाले हैं।”

माननीय उद्योग और वाणिज्य, बुनियादी ढांचा और निवेश, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, श्री गुडिवाड़ा अमरनाथ ने कहा, “आंध्र प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन 2023, आंध्र प्रदेश की क्षमता को विशिष्ट व्यावसायिक गंतव्य के रूप में प्रदर्शित करेगा, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में अवसरों की अधिकता होगी। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि साझेदार देशों, व्यापारिक प्रतिनिधिमंडलों और उद्योग जगत के दिग्गजों का एक साथ आना हमारे लिए सीखने का एक शानदार मंच तैयार करेगा। यह राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।”
• किआ मोटर्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री जिन पार्क ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को सुविधाजनक बनाने में प्रशासन द्वारा दिखाई गई प्रतिबद्धता को स्वीकार किया; किआ मोटर्स की उपस्थिति राज्य में बढ़ी है, कंपनी पाँच साल की अवधि में 10,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर चुकी है; संयंत्र में उत्पादित वाहनों को आज 95 से अधिक देशों में निर्यात किया जा रहा है, जिससे आंध्र प्रदेश एक ऑटो हब बन गया है

• सेंट गोबेन इंडस्ट्रीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी – भारत, श्री बी संथानम ने बताया कि कंपनी आज किस तरह नेट जीरो मॉडल की ओर बढ़ रही है; कैसे राज्य ने कोविड-19 महामारी के बीच निर्बाध विनिर्माण की दिशा में अभूतपूर्व सहायता प्रदान की
सत्र के दौरान आंध्र प्रदेश से जुड़ी कुछ प्रमुख बातें प्रकाश में आईं जो इस प्रकार हैं:
• बंदरगाह शहर, विशाखापत्तनम को आंध्र प्रदेश राज्य के लिए एक विश्व स्तरीय कार्यकारी राजधानी में बदल दिया जाएगा

• ‘वाईएसआर जगन्नाथ मेगा इंडस्ट्रियल हब’ (वाईएसआर जेएमआईएच) को वीसीआईसी के कोपर्थी नोड के पास 6,739 एकड़ में विकसित किया जा रहा है। इसके अलावा, वाईएसआर जेएमआईएच से सटे ‘वाईएसआर इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (ईएमसी)’ के चरण- I को 540 एकड़ में विकसित किया जा रहा है।

• भारत सरकार ने पूर्वी गोदावरी जिले के थोंडागी मंडल के केपी पुरम और कोधड़ा गांव में 1,000 करोड़ रुपये (125 मिलियन अमेरिकी डॉलर) की वित्तीय सहायता से एपी बल्क-ड्रग पार्क के विकास के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।

• भारत सरकार ने अनंतपुर और विशाखापत्तनम में मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) के विकास के लिए भी मंजूरी दे दी है, जबकि ओरवाकल और कोप्पार्थी में एमएमएलपी के लिए इसी तरह के प्रस्तावों पर भी चर्चा चल रही है।

• एपीआईआईसी ने मल्लावल्ली गांव, बापुलापाड़ा मंडल, कृष्णा जिले में एमओएफपीआई द्वारा मेगा फूड पार्क योजना के तहत मेगा फूड पार्क विकसित किया है। इस पार्क के भीतर कोर प्रोसेसिंग सेंटर (सीपीसी) विकसित किया जा रहा है, साथ ही पार्क में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना में सहायता के लिए बुनियादी ढांचा तैयार किया जा रहा है। सीपीसी, मेगा फूड पार्क के भीतर स्थित है और 7.48 एकड़ में फैला हुआ है।

• कोपर्थी, कडप्पा जिले में 225 एकड़ जमीन को भारत सरकार के अनुदान समर्थन के साथ बिजली उपकरण निर्माण केंद्र के रूप में विकसित किए जाने का प्रस्ताव है।

• एपीआईआईसी भारत सरकार द्वारा जारी एमएसई-सीडीपी योजना के तहत वित्तीय सहायता के माध्यम से औद्योगिक पार्क भी विकसित कर रहा है। यह पहले से ही 11 औद्योगिक एस्टेट विकसित कर चुका है और 22 परियोजनाओं को आगे प्रस्तावित किया जा रहा है।

• आंध्र प्रदेश इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन (एपीआईआईसी) ने बिजली, पानी, ईटीपी, एसटीपी, सामान्य सुविधाओं, प्लग-एंड-प्ले सुविधाओं आदि जैसी पर्याप्त बुनियादी सुविधाओं के साथ 534 से अधिक औद्योगिक क्षेत्रों का विकास किया है।

• चार समर्पित इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्लस्टर (ईएमसी) वाला भारत का एकमात्र राज्य।

• वाईएसआर ईएमसी को 500 एकड़ में विकसित किया जा रहा है, जिसकी परियोजना लागत 750 करोड़ रुपये (90 मिलियन अमेरिकी डॉलर) से अधिक है, ताकि बड़े पैमाने के वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योगों की जरूरतों को पूरा किया जा सके।

• राज्य की लगभग 60% आबादी कृषि और संबंधित गतिविधियों में कार्यरत है, जो आंध्र प्रदेश को विभिन्न डाउनस्ट्रीम प्रसंस्करण उद्योगों के लिए अग्रणी बनाती है। वर्ष 2021-22 के लिए कृषि और संबद्ध क्षेत्र का जीवीए 11.27% की वृद्धि दर के साथ 2 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है

• आंध्र प्रदेश भारत के सबसे तेजी से बढ़ते ऑटोमोटिव हब में से एक है। किआ मोटर्स और इसकी सहायक कंपनियों, इसुजु मोटर्स, हीरो मोटर्स, अशोक लीलैंड, अपोलो टायर्स और भारत फोर्ज सहित कई प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों ने राज्य की रणनीतिक स्थिति और अनुकूल निवेश माहौल के कारण यहाँ निवेश किया है।

• आंध्र प्रदेश ऑटोमोबाइल क्लस्टर, 21 ऑटोनगर, उपभोग केंद्र, ऑटो सहायक का एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र और इलेक्ट्रिक वाहन सार्वजनिक परिवहन पर जोर के साथ भारत का ऑटोमोबाइल हब है।

• आंध्र प्रदेश सक्षम नीतियों, जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र, मजबूत बंदरगाहों और हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे, प्राकृतिक संसाधन आधार, कुशल जनशक्ति और अनुकूल कारोबारी माहौल के साथ एयरोस्पेस और रक्षा निर्माण में भारत में निवेश का पसंदीदा गंतव्य बनने के लिए प्रतिबद्ध है।

• आंध्र प्रदेश में एशिया का सबसे बड़ा “एकीकृत चिकित्सा उपकरण विनिर्माण पार्क – एपी मेड-टेक ज़ोन (एएमटीज़ेड)” भी है, जो विशाखापत्तनम में 270 एकड़ में स्थापित है। आंध्र प्रदेश में मजबूत फार्मा मूल्य श्रृंखला है जो उत्पाद विकास और नैदानिक अनुसंधान के लिए सहज आने-जाने के लिंकेज को सक्षम बनाती है
• राज्य में 250+ एपीआई/बल्क ड्रग इकाइयां हैं, जिनमें से 38 विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा अनुमोदित हैं और 20 संयुक्त राज्य खाद्य एवं औषधि प्रशासन (यूएसएफडीए) द्वारा अनुमोदित हैं। आंध्र प्रदेश में फार्मास्युटिकल क्षेत्र का भारत के उत्पादन मूल्य और राष्ट्रीय निर्यात में महत्वपूर्ण योगदान है। वित्त वर्ष 21-22 तक इस क्षेत्र ने 18,000+ करोड़ रुपये (2.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर) से अधिक निवेश आकर्षित किया है, जिससे कुल मिलाकर लगभग 88,984 प्रत्यक्ष रोजगार सृजित हुए हैं।

• राज्य के काकीनाडा में 1,000 एकड़ क्षेत्र में एक नया बल्क ड्रग पार्क स्थापित हो रहा है और इसके लिए भारत सरकार द्वारा सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है। राज्य ने अपशिष्ट प्रबंधन सुविधाओं, विशेष रूप से जैव-चिकित्सा अपशिष्ट को व्यवस्थित करने और बेहतर बनाने और फार्मा उद्योगों की अपशिष्ट प्रबंधन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए आंध्र प्रदेश पर्यावरण प्रबंधन कार्पोरेशन लिमिटेड को भी शामिल किया है।

• आंध्र प्रदेश कपास के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है, यह कच्चे रेशम का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, और भारत में जूट उत्पादन में चौथे स्थान पर है। राज्य में 200 से अधिक ओटाई और प्रसंस्करण इकाइयां हैं। राज्य की कताई इकाइयां भारत की कुल क्षमता का 7% योगदान करती हैं, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार दोनों में शीर्ष कंपनियों को सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले धागे का निर्यात करती हैं।

• वित्तीय वर्ष 2021 में पूरे भारत में एमएसएमई का भारत के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 27 प्रतिशत हिस्सा है। आंध्र प्रदेश में एमएसएमई क्षेत्र कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, एक्वा प्रसंस्करण, मोटर वाहन, कपड़ा, खनिज, ग्रेनाइट, चमड़ा, निर्मित सामग्री, निर्माण सामग्री, आदि जैसे क्षेत्रों में सक्रिय रूप से लगी अधिकांश सूक्ष्म और लघु इकाइयों के साथ विभिन्न प्रकार के उत्पादों का निर्माण करता है।

Getmovieinfo.com

Related posts