राकेश बेदी जोकि टेलीविजन के एक बेहद प्यारे शो ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में भूरे लाल का किरदार निभा रहे हैं, ने अपने चार दशक के लंबे ऐक्टिंग कॅरियर के दौरान कई मजेदार भूमिकायें निभाई हैं। 1980, 1990 और 2000 के दशक में काॅमेडी टेलीविजन और फिल्मों में उनका राज चलता था। अपनी बेमिसाल प्रतिभा, लगन और खासियत के साथ राकेश बेदी ने लगातार जबरदस्त परफाॅर्मेंस दिये है, जिसने दर्शकों को उन पर विश्वास करने के लिये प्रेरित किया। भूरे लाल के रूप में उन्होंने दर्शकों को खूब हंसाया है। हाल ही में उनसे हुई बातचीत में उन्होंने कई विषयों पर बात की, जिनमें उनके काॅमिक किरदारों से लेकर ‘भाबीजी घर पर हैं‘ के निर्देशकों एवं कलाकारों के साथ उनके रिश्ते कैसे हैं, वगैरह शामिल हैं।
अपने अब तक के सफर के बारे में हमें बतायें।
फिल्म में अपना आॅफिशियल कॅरियर शुरू करने से पहले मैंने पुणे में मेरा एफटीआईआई कोर्स पूरा किया था और दीक्षांत समारोह में मेरे परफाॅर्मेंस के बाद जी.पी. सिप्पी सर- जिन्होंने अभी-अभी सुपर-डुपर हिट फिल्म शोले का निर्देशन किया था, ने मुझे बाॅम्बे आने के लिये पूछा और ‘अहसास‘ मूवी में एक महत्वपूर्ण भूमिका मुझे आॅफर की। इसी फिल्म के साथ मैंने हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। मेरा सफर बहुत प्यारा रहा है और मुझे यह बताते बहुत गर्व हो रहा है कि 100 से अधिक फिल्मों एवं टेलीविजन शोज में काम करने के बावजूद, मैं उन कुछ चुनिंदा कलाकारों में से एक हूं, जिन्होंने थिएटर से अपने कॅरियर की शुरूआत की और आज भी इससे जुड़े हुये हैं। थिएटर हमेशा ही मेरा पहला प्यार रहेगा।
बतौर थिएटर कलाकार आपका रोल माॅडल कौन रहा है?
मुझे चार्ली चैपलिन हमेशा से ही पसंद रहे हैं, इसलिये मैंने उनकी सभी फिल्में और काॅमेडिक परफाॅर्मेंस देखे हैं। वह एक ऐसे कलाकार थे, जिन्होंने बिना एक शब्द भी कहे, सभी को हंसाया और मुझे थिएटर को कॅरियर के रूप में अपनाने की प्रेरणा उन्हीं से मिली। मुझे जाॅनी वाॅकर, संजीव कपूर और मेहमूद सर का काम भी बहुत अच्छा लगता था।
‘भाबीजी घर पर हैं‘ में भूरे लाल का किरदार निभाने के बाद आपको क्या प्रतिक्रियायें मिलीं?
लोगों की प्रतिक्रियायें हमेशा ही शानदार रही हैं। भूरे लाल का व्यक्तित्व बेहद मशहूर है। हालांकि, जब मैं अपना हेलमेट उतारता हूं, तो उन्हें चिंता भी होती है (हंसते हैं)। जब भूरे लाल के रूप में दर्शक मेरी तारीफ करते हैं, तो मुझे बहुत खुशी होती है। मैं जब भी सोशल मीडिया पर भूरे लाल द्वारा ससुर पर बनाये गये अनगिनत हास्यप्रद और मजाकिया मीम्स देखता हूं, तो खुद भी कई बार हंसने लग जाता हूं।
आपकी राय में ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में ऐसी क्या बात है, जिसकी वजह से लोग इसे दूसरे काॅमेडी शोज से ज्यादा पसंद करते हैं?
मेरी राय में इसका जवाब है ‘राइटिंग।‘ इसमें कोई शक नहीं है कि हमारे राइटर मनोज संतोषी ऐसी लाइन्स से भी हंसी ला सकते हैं, जिसमें कोई हास्य नहीं होता। हमारे कहने का अंदाज ऐसा होना चाहिये कि लोग हमारी बात सुनकर हंसने लग जायें।