ब्रेक लेकर अपने मनपसंद कार्यों में खो जाना अपनी शर्तों पर जिन्दगी का अनुभव लेने का एक तरीका है। कई लोगों को शांत समुद्रतटों या पहाड़ों की शांति में सुख मिलता है, लेकिन ऐसे लोग भी हैं, जिनके दिल को अलग तरह का एडवेंचर भाता है। एण्डटीवी के हप्पू की उलटन पलटन में अपने किरदार दरोगा हप्पू सिंह के लिये मशहूर योगेश त्रिपाठी ऐसे ही इंसान हैं, जिन्हें अतीत के रहस्यों को खोजने में बड़ी खुशी मिलती है। ऐतिहासिक स्मारकों से उन्हें गहरा लगाव है और उन्हें इतिहास की खोज करने तथा ऐसी जगहों के बारे में जानकारी लेने में बहुत दिलचस्पी है।
ऐतिहासिक स्मारकों की खोज के लिये अपने लगाव के बारे में हप्पू की उलटन पलटन के दरोगा हप्पू सिंह, यानि योगेश त्रिपाठी ने बताया, ‘‘मुझे स्कूल के दिनों से ही इतिहास और प्राचीन स्थलों से लगाव रहा है। जब मैं महलों और किलों के बारे में पढ़ता हूँ, तब उनका भ्रमण करने की सोचता हूँ। मैं बचपन में ऐसा नहीं कर सका, क्योंकि मैं छोटा था और मेरी सीमाएँ थीं, लेकिन अब उस सपने को पूरा कर रहा हूँ। मैं जब भी सफर करता हूँ, ऐतिहासिक स्थलों का दौरा सुनिश्चित करता हूँ। ऐसी यात्राओं ने प्राचीन परंपराओं के साथ मेरे लगाव को गहरा किया है और मुझे पुरानी जीवनशैलियों की झलक दी है। ऐसी यात्राओं के दौरान विभिन्न संस्कृतियों की खोज करते हुए, मुझे अपनी धरोहर से जुड़ाव महसूस होता है और इतिहास पर विश्वास करने से हम एक बड़े वृत्तांत का हिस्सा बन जाते हैं। भारत के ऐतिहासिक स्मारक उसकी सुंदरता को बढ़ाते हैं। मैं कई किलों और महलों में गया हूँ और इनमें सबसे हाल का दौरा था ग्वालियर का किला, जो अपने समृद्ध इतिहास के लिये जाना जाता है, खासकर ‘‘मन मंदिर’’ और गजरी महल पैलेसेस के लिये। इनका निर्माण तोमर राजपूत शासक मान सिंह तोमर ने करवाया था। ग्वालियर का किला भारत के सबसे पुराने किलों में से एक है और अपने वास्तुशिल्प तथा इतिहास के लिये प्रसिद्ध है। मैंने उसे घूमने और उसकी सुंदरता को सँजो लेने में वक्त लगाया। शहर में देर रात को होने वाले नवरात्रि के आयोजन में जाने के बावजूद मैं सूर्योदय के समय किले का आनंद लेने के लिये जल्दी उठ गया था। इस साल मैंने परिवार के साथ उदयपुर घूमने का फैसला किया है, ताकि मेरे बच्चे भी इन अजूबों को पसंद करें। उम्मीद है कि ऐसे दौरे बच्चों को जिज्ञासु बनाएंगे और मुझे इतिहास की खोज के लिये हमेशा के साथी मिल जाएंगे।’’