इस हफ्ते, एण्डटीवी के शोज ‘बाल शिव‘, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ के किरदार दूसरों की गलतियों की सजा भुगतेंगे
एण्डटीवी के ‘बाल शिव‘ की कहानी के बारे में
महासती अनुसुइया ने बताया, ‘‘बाल शिव (आन तिवारी) छलांग लगाते हैं और अपने पैर चार ऊँटों पर रखते हैं, जो चार सनद कुमारों के रूप में आ जाते हैं। देवी सरस्वती महासती अनुसुइया (मौली गांगुली) को बताती हैं कि चारों सनद उनके और ब्रह्मदेव के पुत्र हैं और उन्हें उनकी देखभाल का वचन याद दिलाती हैं। देवी पार्वती (शिव्या पठानिया) को नारद (प्रणीत भट्ट) बताते हैं कि बाल शिव को अपना महादेव (सिद्धार्थ अरोड़ा) रूप याद नहीं है और यह सुनकर वह क्रोधित हो जाती हैं। इधर घर लौटते समय सनद कुमार महासती अनुसुइया और बाल शिव का अपमान करते हैं। घर पहुँचने के बाद बाल शिव देवी पार्वती से मिलने जाते हैं, लेकिन क्रोध के कारण वह उनसे मिलने से मना कर देती हैं और बाल शिव उदास होकर चले जाते हैं। इस बीच, शुक्राचार्य को भस्मासुर की राख मिल जाती है और वह ताड़कासुर (कपिल निर्मल) से एक विशाल असुर बनाने के लिये कहते हैं, जिसके लिये भस्मासुर की राख में पंचमहाभूतों को मिलाना होगा और वे पंचमहाभूत शिवलिंग मंदिर में मिलेंगे। इंद्र (कुणाल बक्शी) के गुप्तचर सूचना देते हैं कि ताड़कासुर मंदिर पर आक्रमण करने वाला है। इंद्र और दूसरे देवी- देवता पार्वती से बाल शिव के साथ आकर पंचमहाभूत शिवलिंग मंदिर की रक्षा करने का निवेदन करते हैं, लेकिन देवी पार्वती मना कर देती हैं। क्या ताड़कासुर अपनी नापाक योजना में सफल होगा?’’
एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ के बारे में कटोरी अम्मा ने कहा, ‘‘कटोरी अम्मा (हिमानी शिवपुरी) के रिश्तेदार अदवीर भैया उन्हें छह लाख रूपये लौटाते हैं, क्योंकि उनके बुरे समय में कटोरी अम्मा ने छह लाख रूपये देकर उनकी मदद की थी। यह जानकर राजेश (कामना पाठक) को चिंता होती है और वह अम्मा से लड़ने लगती है कि उन्होंने पैसा उधार देने से पहले परिवार को क्यों नहीं बताया। हप्पू (योगेश त्रिपाठी) बीच-बचाव करता है और सभी को सलाह देता है कि किसी रिश्तेदार की आर्थिक मदद न करें। फिर वह सारा पैसा स्टोररूम के लाॅकर में रख देता है और पैसा सुरक्षित रखने के लिये चाबियों को अपने गले में बांध लेता है। हालांकि गब्बर दो लाख रूपये मांगने के लिये राजेश और बिमलेश (सपना सिकरवार) के पास पहुँचता है, क्योंकि वह बुल रेस में बहुत पैसा हार चुका है और अब उसका घर दांव पर लगा है। इस बीच हप्पू को यह बताने के लिए कमिश्नर (किशोर भानुशाली) का काॅल आता है, कि वह आज पुलिस स्टेशन नहीं आ पाएगा, क्योंकि उसे अपने साले को छह लाख रूपये देने हैं। कमिश्नर को इम्प्रेस करने के लिये हप्पू उसे पूरा पैसा देकर उसकी मदद करने का वादा करता है। अब चूंकि राजेश ने गब्बर की मदद के लिये 2 लाख रूपये पहले ही ले लिये हैं, इसलिये हप्पू कमिश्नर को 6 लाख रूपये देने का वादा पूरा नहीं कर पाता है। स्थिति ऐसी बन जाती है कि खोए पैसों के लिये अम्मा पर शक किया जाता है और उनके जेल जाने की नौबत आ जाती है। अब राजेश और हप्पू इस स्थिति को कैसे संभालते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।’’
एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ के बारे में अंगूरी भाबी ने बताया, ‘‘डेविड चाचा (अनूप उपाध्याय) विभूति (आसिफ शेख) को उसके दिवंगत दादाजी चिरायति नारायण मिश्रा की जयंती के बारे में बताते हैं, जिससे विभूति भावुक हो जाता है। जब विभूति अपने दादाजी को श्रद्धांजलि दे रहा होता है, तब उनका फोटो फ्रेम गिर जाता है। फोटो फ्रेम के पीछे विभूति को एक डायरी मिलती है, जिसमें उसके दादाजी के सारे सीक्रेट मेडिकल नुस्खे लिखे हैं, क्योंकि वह अपने जमाने के एक जाने-माने हकीम थे। विभूति उन नुस्खों का इस्तेमाल करने की सोचता है और भेष बदलकर सुरकान हकीम बन जाता है। वह अंगूरी (शुभांगी अत्रे), तिवारी (रोहिताश्व गौड़), अनीता (विदिशा श्रीवास्तव), टीएमटी (वैभव माथुर, दीपेश भान, सईद सलीम जै़दी) पर नुस्खे आजमाना शुरू कर देता है। नुस्खों का इतना अच्छा असर देखकर हर कोई रोमांचित हो जाता है और डबल डोज लेने लगता है, जिससे बड़े साइड इफेक्ट्स होते हैं। अंगूरी और अनीता की आवाजें मर्दों जैसी हो जाती हैं और सारे आदमी औरतों जैसा व्यवहार करने लगते हैं। अब विभूति ऊर्फ सुरकान हकीम सबको कैसे ठीक करेगा?’’