अपने पसंदीदा आइसक्रीम फ्लेवर का एक स्कूप आपके अनुभव को बेहतर बना सकता है। आइसक्रीम हर किसी को पसंद है, क्योंकि यह सबसे उदास दिनों में भी खुशियाँ लेकर आती है, चाहे बाहर का मौसम गर्म हो या ठंडा। आइसक्रीम बचपन की बेहतरीन यादों को भी ताजा कर देती है और हमें बीते दिनों में ले जाती है। नेशनल आइसक्रीम डे पर एण्डटीवी के कलाकार अपने होमटाउन्स के खास और अलग आइसक्रीम फ्लेवर्स के बारे में बात कर रहे हैं और यह कि इन फ्लेवर्स से उनके राज्य का प्रतिनिधित्व कैसे होता है। यह कलाकार हैं आयुध भानुशाली (कृष्णा, ‘दूसरी माँ’), योगेश त्रिपाठी (दरोगा हप्पू सिंह, ‘हप्पू की उलटन पलटन’) और शुभांगी अत्रे (अंगूरी भाबी, ‘भाबीजी घर पर हैं’)। दूसरी माँ के कृष्णा, यानि आयुध भानुशाली ने बताया, ‘‘भारत के लोगों को मलाई आइसक्रीम के अनूठे फ्लेवर्स और रंग पसंद हैं। यह गुजरात में बहुत लोकप्रिय है और मेरे पसंदीदा में से एक भी हैं। मलाई आइसक्रीम का स्वाद पश्चिम के आइसक्रीम फ्लेवर्स से कहीं ज्यादा बेहतर और क्रीमी लगता है। हम गुजराती लोग मलाई फ्लेवर की तरह होते हैं, मीठे, दोस्ताना और असली। हमारी शख्सियत क्रीमी और मिल्की होती है, जिसमें इलायची की मिठास और खुशबू होती है। रिच मलाई फ्लेवर की तरह हम अपनी शख्सियत में नट्स और खोया मिलाते हैं। एक प्रसिद्ध कहावत ‘‘मलाई मारके’’ हम गुजरातियों पर सटीक बैठती है। इसका मतलब यह है कि हम हमेशा मिठास से भरे होते हैं और बड़ी खूबसूरती से काम करते हैं, चाहे हालात कैसे भी हों (हंसते हैं)। मलाई आइसक्रीम का असाधारण और बेहतरीन स्वाद हम भारतीयों की पसंद के मुताबिक है। मलाई फ्लेवर की सबसे अच्छी बात यह है कि यह हमेशा क्लासिक रहेगा। आप इसे कुल्फी, संडेज, आइसक्रीम सैण्डविचेस और फालूदा में पा सकते हैं।’’
‘हप्पू की उलटन पलटन‘ के दरोगा हप्पू सिंह, यानि योगेश त्रिपाठी ने बताया, ‘‘मुझे आइसक्रीम खाना पसंद है और मैं नये-नये फ्लेवर्स आजमाता रहता हूँ। मैंने हाल ही में पान फ्लेवर आजमाया और मुझे अपने होमटाउन उत्तर प्रदेश की याद आ गई। पान आइसक्रीम का स्वाद मुझे वाराणसी ले गया। यह बहुत ही स्वादिष्ट था और उसमें पारंपरिक भारतीय स्वाद था। पान के फ्लेवर की आइसक्रीम पान की पत्तियों से बनती है और उसकी गंध दिलचस्प होती है। उसमें बेहतरीन सामग्री होती है, जैसे कि मुखवास, नारियल, सौंफ, इलायची और सूखे खजूर। जैसे कि हम सभी में अपने अनोखे गुण होते हैं, आइसक्रीम का भी कोई भी फ्लेवर अपनी एक्स्ट्रा टाॅपिंग के कारण अलग होता है और शानदार डेजर्ट बन जाता है। मुझे इस फ्लेवर को आजमाने की खुशी है, क्योंकि यह मेरे चहेतों में से एक बन गया है। यह देखना दिलचस्प है कि पारंपरिक फ्लेवर्स कैसे दुनियाभर के लोगों की पसंद बन गये हैं।’’ एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की अंगूरी भाबी, यानि शुभांगी अत्रे ने बताया, ‘‘आइसक्रीम अकेला डेजर्ट है, जो मुझे खुशी और विशुद्ध आनंद देता है। इंदौर अपनी पारंपरिक भारतीय मिठाइयों, जैसे कि गुलाब जामुन, रस मलाई और राजभोग के लिये प्रसिद्ध है और हम इंदौर के लोगों को खासकर राजभोग फ्लेवर पसंद है। यह सोचकर ही मेरे मुँह में पानी भर जाता है कि राजभोग और आइसक्रीम का मिश्रण कैसा होगा। हमारा स्वभाव राजसी और महानता की प्रकृति वाला होता है और हमारे जीवन में विभिन्न शानदार ड्राय फ्रूट्स राजभोग की तरह होते हैं। इसमें कोई शक नहीं है कि हमारी शख्सियतों में इलायची, केसर और गुलाब की सौम्यता का एक सौहार्द्रपूर्ण मिश्रण होता है और इन सभी को क्रीम जैसी अच्छाई एक संतुलन देती है। हम इंदौरियों का भव्य और राजसी रुख हमें साधारण से अलग करता है, जैसे कि आइसक्रीम के फ्लेवर्स के बीच राजभोग होता है।’’
तो इस नेशनल आइसक्रीम डे पर अपने सदाबहार फेवरेट का मजा लीजिये! यह खुशियां पाने और बीती यादों की मिठास को चखने का सबसे बढ़िया मौका है।