दिवाली के जश्न में अपने पसंदीदा व्यंजनों का आनंद लेने के बाद, कलाकारों के लिए फिर से अपने हेल्दी रूटीन में लौटने का समय आ गया है। एण्डटीवी के कलाकार भी इससे अछूते नहीं हैं। उन्होंने अपने पोस्ट-फेस्टिव हेल्दी रूटीन के बारे में बताया, जो उन्हें अपने स्वास्थ्य को फिर से संतुलित करने में मदद कर रहे हैं। इन कलाकारों में शामिल हैं- नेहा जोशी (‘अटल’ की कृष्णा देवी वाजपेयी), स्मिता सेबल (‘भीमा’ की धनिया), गीतांजलि मिश्रा (‘हप्पू की उलटन पलटन’ की राजेश) और रोहिताश्व गौड़ (‘भाबीजी घर पर हैं’ के मनमोहन तिवारी। अटल की कृष्णा देवी वाजपेयी, ऊर्फ नेहा जोशी ने बताया, ‘‘दिवाली का त्यौहार खत्म होते ही मैं एक दुविधा में पड़ जाती हूं कि चकली, चिवड़ा और लड्डू जैसी स्वादिष्ट चीजों के बिना दिवाली के बाद का मजा कैसे लिया जाए! मुझे लगता है कि यह चीजें किचन से मुझे पुकार रही हैं, लेकिन मेरे लिये तो यह फिर से अपने फिटनेस रुटीन में लौटने का वक्त है (हंसती हैं)। तरह-तरह की मिठाइयों और स्नैक्स पर टूट पड़ने के बाद, अब मैं क्रिस्पी चकली और ललचाने वाला चिवड़ा छोड़कर कुछ सेहतमंद चीजें खाने के मिशन पर हूं। इसलिये अब चकली के बजाए, मैं कैरॅट स्टिक और सलाद ढूंढ रही हूं। ये चीजें मुझे स्नैक खाने के बाद होने वाली गिल्ट से बचाती हैं। साथ ही मेरी माॅर्निंग स्मूदी को भी मत भूलिये, जो दिवाली के बाद एक छोटी सी सेहतमंद औषधी की तरह है।’’ ‘भीमा‘ की धनिया, ऊर्फ स्मिता सेबल ने बताया, ‘‘अब चूंकि दिवाली की आखिरी मिठाइयाँ भी यादों में रह गई हैं और चकली का डिब्बा धीरे-धीरे खत्म हो गया है, इसलिये मुझे गंभीर होकर अपने फिटनेस रुटीन में वापस लौटना चाहिये। सच कहूं, तो त्यौहार के सीजन में कोई वर्कआउट नहीं हुआ है, जैसा कि हर बार मेरे रिजाॅल्यूशन के साथ भी होता है! सबसे पहले तो मैं थोड़ा जल्दी वाला अलार्म सेट कर रही हूं, क्योंकि मेरा काउच काफी आरामदायक है। मैं अपनी सुबह के बेसन के लड्डू को एक प्री-वर्कआउट रूटीन में बदल रही हूं, जिसमें एक कप स्ट्राॅन्ग काॅफी और थोड़ा सा मोटिवेशन शामिल है। कार्डियो भी मेरी रूटीन में लौट आया है और मैं खूब पसीना बहा रही हूं। ऐसा लग रहा है कि मैं खुद के साथ ही कोई मुकाबला कर रही हूं, जहां मुझे मिठाई का एक और टुकड़ा खाना बड़ा अच्छा लगता था (हंसती हैं)। अब वर्कआउट को लेकर गंभीर होने का समय आ गया है, लेकिन मैं खुश होकर यह कर रही हूं। मैं लंच में भारी करीज़ की जगह सादी दाल और ब्राउन राइस या क्विनोआ जैसे हल्के आॅप्शन्स को शामिल कर रही हूं। दाल और चावल से मेरी भूख को लंबे समय तक शांत रखते हैं और मुझे भरपूर मात्रा में पोषकतत्व भी मिल जाते हैं। मेरी थाली में कई सारी सब्जियाँ होती हैं, जैसे कि पालक, भिंडी और गाजर, जिन्हें कम से कम तेल और मसालों के साथ पकाया जाता है। इस तरह मेरी थाली में स्वाद और सेहत, दोनों मौजूद हैं।’’
‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में राजेश की भूमिका निभा रहीं गीतांजलि मिश्रा ने बताया, ‘‘दिवाली का त्यौहार जाते ही उस खुशी और खान-पान को याद करना महत्वपूर्ण होता है, जो यह खूबसूरत उत्सव अपने साथ लेकर आता है। भारी मिठाइयों और ललचाने वाले स्नैक्स का सीजन जाने के बाद मैं एक नई शुरूआत कर रही हूं। फिटनेस के लिये मेरी वापसी का पहला कदम है अपने हाइड्रेशन पर ध्यान देना। मैं खुद से पूरे दिन खूब सारा पानी पीने का वादा कर रही हूं। इसमें सुबह की शुरूआत गर्म नींबू पानी के एक गिलास से होती है, जो मेरे शरीर को डिटाॅक्सीफाई करने और मेरा मेटाबोलिज्म बढ़ाने में मदद करता है। मेरा खाना फिर से हल्का-फुल्का और पोषण से भरपूर हो गया है। आमतौर पर मेरे नाश्ते में हरी सब्जियां, फल और प्रोटीन से भरी एक स्मूदी होती है, जिससे मेरे दिन की शुरूआत सकारात्मक रहती है। लंच में मुझे प्रोटीन और खूब सारी सब्जियों से भरा सलाद खाना अच्छा लगता है। नियमित कसरत करने से जो ऊर्जा और ताकत मिलती है, वह मेरे लिये अभी खो गई है! अपना लचीलापन वापस लाने के लिये मैं योग और स्ट्रेचिंग करती हूं और फिर सहनशक्ति को बढ़ाने के लिये कार्डियो वर्कआउट करती हूं। मैं थोड़ी स्ट्रेन्थ ट्रेनिंग करने के लिये भी रोमांचित हूं। मेरा ध्यान मसल्स बनाने और पूरी सेहत को बेहतर बनाने पर है।’’ ‘भाबीजी घर पर हैं‘ के मनमोहन तिवारी, ऊर्फ रोहिताश्व गौड़ ने कहा, ‘‘दिवाली के त्यौहार में जमकर खाने-पीने के बाद मैं हमेशा संतुलित आहार और सेहत वाली आदतों को अपनाकर पहले जैसा हो जाता हूं। दिवाली के सीजन में खाने के लिये मिलने वाली चीजें बहुत ललचाती हैं और मुझे बिना किसी गिल्ट के उनका मजा लेना अच्छ लगता है। हालांकि, बाद में अपने शरीर और दिमाग को नई ताजगी देने के लिये मैं फिर से हल्की-फुल्की और पौष्टिक डाइट पर लौट आता हूं और सोच-समझकर खाता-पीता हूं। सबसे पहले तो मैं पानी की मात्रा बढ़ाकर डीटाॅक्स पर ध्यान देता हूं और इसके लिये ग्रीन ज्यूस तथा हर्बल टी लेता हूं। इससे टाॅक्सिन्स को बाहर निकालने और हाइड्रेशन लेवल को रिस्टोर करने में मदद मिलती है। यह त्यौहार की मिठाइयों और स्नैक्स के बाद जरूरी होता है। मैं हल्के और घर के बने खाने को भी अपनाता हूं, जिसमें कई सारी ताजी सब्जियाँ, प्रोटीन और होल ग्रेन होते हैं, जो शरीर को पोषण देते हैं। दिवाली के बाद वाले रुटीन में कसरत भी जरूरी है। मैं धीरे-धीरे अपने वर्कआउट रेजिम में आ जाता हूं। चूंकि, मैं त्यौहार के हर पल का पूरा मजा लेता हूं, इसलिये त्यौहार के ठीक बाद अपनी सेहत के गोल्स का भी पूरी तरह पालन करता हूं। दिवाली एक सुंदर उत्सव है, जिसे प्रियजनों के साथ मनाया जाता है और उसके बाद अपने शरीर पर ध्यान देना तथा फिर से बढ़िया महसूस करना भी महत्वपूर्ण होता है।’’