मानसून का सीजन झुलसाने वाली गर्मी से राहत देता है, लेकिन अपने साथ कुछ चुनौतियाँ भी लेकर आता है। मानसून आपकी त्वचा के लिये खराब हो सकता है और बारिश के मौसम में आपके चेहरे पर मुंहासे, दाग-धब्बे आदि हो सकते हैं। मानसून में आपकी त्वचा ज्यादा तेलीय भी हो सकती है। खिली-खिली और चमकदार त्वचा के लिये एण्डटीवी की अभिनेत्रियां मानसून में स्किन केयर के अपने सीक्रेट्स बता रही हैं। इन कलाकारों में शामिल हैं नेहा जोशी (‘अटल’ की कृष्णा देवी वाजपेयी), गीतांजलि मिश्रा ( ‘हप्पू की उलटन पलटन’ की राजेश सिंह) और शुभांगी अत्रे (‘भाबीजी घर पर हैं’ की अंगूरी भाबी)। ‘अटल‘ की कृष्णा देवी वाजपेयी, ऊर्फ नेहा जोशी ने बताया, ‘‘किसी खाली दिन बारिश में भीगने का एहसास सबसे बढ़िया होता है। लेकिन इसका आपकी त्वचा पर असर हो सकता है। इसलिये थोड़ी ज्यादा सावधानी रखना महत्वपूर्ण है। मानसून का उमस वाला मौसम त्वचा को ज्यादा तैलीय बना सकता है। ऐसे में मेरे लिये इन चुनौतियों से निपटने के उपाय करना और प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल जरूरी हो जाता है। मैं घर का बना क्लींजर लगाती हूँ, जिसमें बेसन, हल्दी और दूध होता है। यह प्राकृतिक मिश्रण सौम्यता से मेरी त्वचा को एक्सफोलियेट और साफ कर देता है और वह ज्यादा तेल तथा अशुद्धियों से रहित रहती है। क्लींजिंग के बाद मैं अपने चेहरे पर गुलाब जल लगाती हूँ। त्वचा को माॅइश्चराइज करना भी जरूरी होता है, चाहे आपकी त्वचा मेरी तरह तैलीय हो। मैं एलो वेरा जेल में टी ट्री आॅइल की कुछ बूंदें मिलाकर इस्तेमाल करती हूँ। यह हल्का-फुल्का माॅइश्चराइजर मेरी त्वचा को हाइड्रेट करता है और मुंहासे बनने से रोकने में मददगार होता है। आप तो जानते ही हैं कि मानसून में मुहांसे होना एक आम समस्या है।’’
‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की राजेश, ऊर्फ गीतांजलि मिश्रा ने बताया, ‘‘इस सीजन में मुझे नियमित रूप से अपना चेहरा धोना पसंद है। मेरे भरोसेमंद नुस्खों में से एक है मुल्तानी मिट्टी, नीम और लौंग का बना एक नैचुरल मास्क, जो मेरी माँ ने बताया था। इसे बनाने के लिये मैं एक साफ-सुथरे कटोरे में दो बड़े चम्मच मुल्तानी मिट्टी अथवा फुलर्स अर्थ, एक बड़ा चम्मच नीम पाउडर और आधा छोटा चम्मच लौंग मिलाती हूँ। फिर उसमें धीरे-धीरे गुलाब जल डालकर एक चिकना पेस्ट बना लेती हूँ। गुलाब जल त्वचा को संतुलित और मजबूत रखने में मदद करता है। अपना चेहरा धोने और उसे अच्छे से पोंछने के बाद मैं यह मास्क पूरे चेहरे और गर्दन पर बराबरी से लगाती हूँ। मैं इसे आँखों वाले भाग पर नहीं लगाती हूँ और फिर पूरा सूखने तक 15-20 मिनट के लिये छोड़ देती हूँ। फिर हल्का गर्म पानी लगाकर एक्सफोलियेशन के लिये सर्कुलर मोशन में मालिश करती हूँ। चेहरा सूख जाने के बाद मैं अपनी त्वचा को हाइड्रेटेड रखने के लिये एलो वेरा जेल या बादाम का तेल जैसे प्राकृतिक माॅइश्चराइजर लगाती हूँ। इस मास्क में मुल्तानी मिट्टी होती है, जिसमें तेल को सोखने और अशुद्धियों को हटाने जैसे गुण होते हैं। नीम में एंटी-इनफ्लैमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जबकि लौंग में कीटाणुओं से लड़ने की शक्ति होती है। इसे हफ्ते में एक या दो बार इस्तेमाल करने से पूरे मानसून सीजन में त्वचा को साफ, ताजा और चमकदार रखने में मदद मिलती है। इसके अलावा, मुझे पपीता जैसे फलों पर भरोसा है, क्योंकि उसमें पापेन जैसे एंजाइम होते हैं, जो त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने और पिगमेंटेशन कम करने में सहायक होते हैं। मैं पपीता और एक बड़ा चम्मच दही को मिलाकर एक मास्क बनाती हूँ और फिर उसे 15-20 मिनट के लिये अपने चेहरे पर लगाकर धो देती हूँ। फलों के यह नुस्खे न सिर्फ त्वचा को निखारते हैं, बल्कि उमस वाले मानसून सीजन में स्वस्थ और चमकदार रंगत के लिये जरूरी विटामिन और एंटीआॅक्सीडेंट भी इनसे मिलते हैं।’’ ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की अंगूरी भाबी, ऊर्फ शुभांगी अत्रे ने बताया, ‘‘उमस वाला मौसम मेरी त्वचा को रूखा या चिपचिपा बना सकता है। इससे बचने के लिये मैं आॅर्गेनिक और आसानी से मिलने वाली चीजों पर भरोसा करती हूँ। मानसून के दौरान मेरे दिन की शुरूआत एक जेंटल क्लींजर से होती है, जिसमें शहद और दूध होता है। यह मिश्रण मेरी त्वचा को साफ तो करता ही है, गहराई तक हाइड्रेशन भी देता है। यह मेरी रूखी त्वचा के लिये जरूरी है। क्लींजिंग के बाद मैं घर के बने एक टोनर का इस्तेमाल करती हूँ, जिसमें आॅरेंज ब्लाॅसम वाटर और ग्लिसरिन होता है। यह नमी को बनाये रखता है और मेरी त्वचा को राहत देता है। बारिश के दिनों में लगातार सफर करने और उमस से जो रूखापन आता है, उससे निपटने के लिये मैं एक नरिशिंग फेस मास्क लगाती हूँ। यह पिसे एवोकाडो और शहद का बना होता है और मैं इसे हफ्ते में दो बार लगाती हूँ। यह मास्क मेरी त्वचा को गहराई तक हाइड्रेट करता है और ताजगी के साथ उसे स्वस्थ चमक देता है। इसके अलावा, मैं इंस्टैंट हाइड्रेशन के लिये पूरे दिन गुलाब जल की एक छोटी स्प्रे बाॅटल रखती हूँ। इससे मेरी त्वचा तरोताजा रहती है।’’