शहज़ाद अहमद / नई दिल्ली
जब हम बड़े होते हैं तब से ही कॉम्पीटिशन हमारे दिलोदिमाग में समाया होता है। परिवार में भाई-बहनों के बीच, स्कूल में ग्रेड के लिये या जब हम बड़े होते हैं तो दफ्तर में एक बेहतरीन प्रमोशन पाने के लिये। लेकिन क्या हो जब प्रोफेशनल कॉम्पीटिशन हेल्दी ना रह जाये और यह पर्सनल रूप अख्तियार कर ले ? क्या होगा जब दफ्तर की राजनीति दोस्ती को तबाह करना शुरू कर दे? जैसे यदि आप सोचते हैं कि आप विज्ञापन की दुनिया के बारे में सबकुछ जानते हैं तो यहां कुछ ऐसी चीजें दिखायी जा रही हैं जोकि आपको दोबारा सोचने पर मजबूर करेगी! एमएक्स प्लेयर के ‘थिंकिस्तान’ के पहले सीजन में आपको विज्ञापन की दुनिया की झलक मिली थी, एमएक्स ओरिजनल सीरीज ‘किसका होगा थिंकिस्तान’ सीजन 2 में दर्शकों को ढेर सारा ड्रामा, राजनीति और आपसी मतभेद देखने का मौका मिलेगा, जोकि एजेंसी की चार दीवारों के अंदर दबी रह जाती है।भाषा और सामाजिक वर्ग के अंतर की जो लड़ाई है, उसे हेमा (श्रवण रेड्डी) और अमित (नवीन कस्तूरिया) ने अपने अटूट विश्वास और दोस्ती से मजबूत बनाया है। लेकिन नये बॉस विलियम (नील भूपालम) के आने से जिंदगी का आधार हिल जाता है, जिसके लिये कि वे ‘एमटीएमसी’ में जाने जाते हैं। इस सीरीज के बेहतरीन कलाकारों में, नील, विलियम के रूप में एक नकारात्मक किरदार निभा रहे हैं, जिसे अपनी गंदी राजनीति से हर कर्मचारी की जिंदगी में हलचल मचाते हुए दिखाया जायेगा। इस सीजन में शानदार कलाकार कबीर बेदी डिजिटल डेब्यू करते नज़र आयेंगे। वह इस ड्रामा में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इस बार उन्हें मंदिरा बेदी, वासुकी सनकवेल्ली और सत्यदीप मिश्रा के साथ सीरीज को और भी मसालेदार बनाते हुए दिखाया जायेगा। इस सीरीज में विलियम की अपनी भूमिका के बारे में नील भूपालम कहते हैं, ‘’मीडियम से कोई फर्क नहीं पड़ता, मुझे चुनौतीपूर्ण भूमिकाएं निभाना पसंद है और मुझे ऐसा लगता है कि इस बार बुरा होना अच्छा है। मुझे यह बात अच्छी लगी कि विलियम एक दिलचस्प किरदार है- चाहे उसकी पर्सनैलिटी के कई सारे रूप हों या फिर यह एक ग्रे किरदार है, मुझे ऐसा लगा कि इसे निभाना मजेदार होगा।‘’