एण्डटीवी के ‘दूसरी माँ‘, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ औेर ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में नये किरदारों की एंट्री होगी, जो इन शोज में नये ड्रामे एवं ट्विस्ट लेकर आयेंगे और अपने दर्शकों का दिल जीतेंगे। एण्डटीवी के ‘दूसरी माँ‘ की कहानी के बारे में बताते हुये, दर्शन दवे, जोकि वकील रणधीर शर्मा के रूप में एंट्री करने वाले हैं, ने कहा, ‘‘यशोदा (नेहा जोशी) और कृष्णा (आयुध भानुशाली)पैसे कमाने के लिये एक कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करना शुरू करते हैं, ताकि वो वह पैसे दादाजी (सुनील दत्त) को बिलों का भुगतान करने के लिये दे पायें। जब वे दोनों चिलचिलाती धूप में काम कर रहे होते हैं, तो कामिनी (प्रीति सहाय) उनके राशन को कचरे में फेंक देती है। जब यशोदा एवं कृष्णा अपनी खून-पसीने की कमाई को दादाजी को देने के लिये आते हैं, तो वे देखते हैं कि उनके पास खाने के लिये कुछ नहीं है और इसलिये वो वह पैसा खुद रखने का फैसला करते हैं, ताकि खाने का सामान खरीद सकें। दादाजी अगली सुबह अखबार में एक लेख छपवाते हैं कि कैसे यशोदा एवं कृष्णा पर अत्याचार किया जा रहा है, ताकि अशोक (मोहित डागा) घर वापस लौट आये। इस खबर के छपने के बाद, यशोदा के पास एक काॅल आता है और जब वह दौड़कर उसके पास पहुंचती है, तो अशोक के दुश्मन वकील रणधीर शर्मा (दर्शन दवे) को अपना इंतजार करता पाती है।‘‘
एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कहानी के बारे में बताते हुये दरोगा हप्पू सिंह ने कहा, ‘‘बेनी (विश्वनाथ चटर्जी) को एजुकेशन माफिया पर एक बहुत बड़ा केस दिया जाता है। दूसरी ओर, ऋतिक (आर्यन प्रजापति), चमची (जारा वारसी) और रणबीर (सौम्या आजाद) को पता चलता है कि वो परीक्षा में फेल होने वाले हैं और उन्हें स्कूल से निकाल दिया जायेगा। उन्हें जब यह पता चलता है तो वे हप्पू (योगेश त्रिपाठी) के पास पहुंचते हैं और उससे उन्हें इस मुसीबत से बाहर निकालने की भीख मांगते हैं। अगले दिन मोहन एक आदमी को गिरफ्तार करता है और उसे जेल में बंद कर देता है। हप्पू को पता चलता है कि जिस शख्स को जेल में बंद किया गया है, वह उसके बच्चों के स्कूल के प्रिंसिपल का कोई रिश्तेदार है। वह उसके साथ उसे जमानत पर जेल से बाहर निकलवाने को लेकर एक डील करता है। वह उससे कहता है कि यदि उसके बच्चों को स्कूल में अच्छे ग्रेड्स मिलते हैं, तो वह उसे जेल से बाहर निकलवा सकता है। हप्पू इस बात से अनजान है कि उस शख्स का रिश्ता एजुकेशन माफिया के साथ है। दूसरी ओर, बेनी को एजुकेशन माफिया के खिलाफ एक बड़ा केस मिलता है। इससे हप्पू और बेनी के बीच एक बहुत बड़ी लड़ाई छिड़ जाती है।‘‘ एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की कहानी के बारे में बताते हुये लीना गोयनका, जोकि डिम्पल के रूप में शो में एंट्री करने वाली हैं, ने कहा, ‘‘अपना लंबे समय से चला आ रहा मुकदमा जीतने के बाद खुशी के मारे डेविड मिश्रा (अनूप उपाध्याय) ऊर्फ विभूति (आसिफ शेख) के चाचा जी का दिमागी संतुलन खो जाता है और वे उर्दू में बात करने लगते हैं। डाॅक्टरों का कहना है कि चाचाजी की याद्दाश्त खो गई है और उसे वापस लाने का बस एक ही तरीका है कि उनकी जिंदगी में जो भी घटनायें हुई हैं, उन्हें फिर से दोहराया जाये। अनीता (विदिशा श्रीवास्तव) प्रेम (विश्वजीत सोनी) को एक चतुर लड़की की व्यवस्था करने का सुझाव देती है, जो चाचाजी से प्यार का नाटक करे। वह डिम्पल (लीना गोयनका) नाम की एक लड़की को नियुक्त करता है, जो चाचाजी को अपने प्यार के जाल में फंसाने की पूरी कोशिश करती है, पर कामयाब नहीं हो पाती। इसके बाद अनीता विभूति से डिम्पल के साथ फ्लर्ट करने के लिये कहती है, ताकि चाचाजी को ईष्र्या हो। हालांकि, डिम्पल को विभूति से सचमुच का प्यार हो जाता है।‘‘