सावन सोमवार व्रत के शुभारंभ के साथ, एण्डटीवी के ‘बाल शिव‘ में भगवान शिव के सभी उत्साही भक्तों के लिये कहानी एक रोमांचक मोड़ लेने वाली है। माना जाता है कि भगवान शिव यह व्रत रखने वालों की इच्छाएं पूरी करते हैं। कहानी में सावन सोमवार व्रत को लेकर महादेव (सिद्धार्थ अरोड़ा) के लिये महासती अनुसुइया (मौली गांगुली) और देवी पार्वती (शिव्या पठानिया) के बीच एक और अनबन वाली स्थिति पैदा हो रही है। एक ओर तो देवी पार्वती अपने पति महादेव की भक्ति के रूप में यह व्रत रखेंगी, ताकि उन्हें वापस पा सकें। दूसरी ओर, महासती अनुसुइया महादेव को हमेशा अपने बच्चे के तौर पर उन्हें बाल रूप में रखने के लिये व्रत करेंगी।
सावन सोमवार व्रत के बारे में एण्डटीवी के ‘बाल शिव‘ में महासती अनुसुइया की भूमिका निभा रहीं मौली गांगुली ने कहा, ‘‘यह महीना बहुत शुभ माना जाता है और देशभर में भगवान शिव के भक्त इसके प्रति अगाध श्रद्धा रखते हैं। सावन के दौरान लोग सारे सोलह सोमवार का व्रत रखते हैं, जिन्हें सोलह सोमवार व्रत कहा जाता है, ताकि भगवान शिव की भक्ति से अपनी इच्छाएं पूरी कर सकें। सावन के महीने में भक्त सुबह जल्दी उठकर स्नान करते हैं, स्वच्छ कपड़े पहनते हैं, मंदिर जाते हैं और पूजा करते हैं। वे अपने घर के मंदिर में भी भगवान शिव और देवी पार्वती की मूर्तियाँ रखते हैं, फूल और सफेद मिठाइयाँ चढ़ाते हैं, दीया जलाते हैं, सावन कथा का पाठ करते हैं और शिवलिंग पर पंचामृत, जल और बेल पत्र चढ़ाते हैं। सोमवार भगवान शिव का दिन है, इसलिये सावन के महीने में आने वाले सारे सोमवारों को बहुत शुभ माना जाता है और भगवान शिव की सबसे ज्यादा भक्ति की जाती है। कहा जाता है कि सावन के सोमवार रूद्राभिषेक करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और कामनाएं पूरी करते हैं।’’ एण्डटीवी के ‘बाल शिव‘ में देवी पार्वती की भूमिका निभा रहीं शिव्या पठानिया ने कहा, ‘‘सावन सोमवार का व्रत भगवान शिव को समर्पित एक महत्वपूर्ण दिन होता है। सावन के सोमवार के दिन शिव के भक्त पूरे दिन उपवास रखते हैं और दिन में केवल एक बार भोजन करते हैं, ताकि भगवान शिव का आशीर्वाद पा सकें। लोग भगवान शिव के लिये व्रत रखते हैं और देवी पार्वती की पूजा भी करते हैं, ताकि उनका जीवन बेहतर, शांतिपूर्ण और समृद्ध हो। कहा जाता है कि सावन का महीना भगवान शिव को बहुत प्रिय है। यह भी माना जाता है कि सावन सोमवार का व्रत अविवाहित लड़कियों के लिये बहुत फायदेमंद होता है। कहा जाता है कि सोमवार का व्रत रखने से अविवाहित लड़कियों का विवाह उनकी पसंद के व्यक्ति से होता है।’’