एण्डटीवी के कलाकारों ने अपने उन मजेदार प्रैंक्स के बारे में बताया, जिनके असली शिकार वह खुद ही हुए थे!

हर साल अप्रैल फूल्स डे पर दुनियाभर में लोग मजेदार प्रैंक्स के साथ इस खास दिन का जश्न मनाते हैं। यह दिन हमें सामान्य रुटीन से हटकर एक खुशनुमा ब्रेक देता है। कई लोग इस दिन हंसी-ठिठोली और शरारतों में रम जाते हैं। हालांकि, कई बार इन प्रैंक्स के असली शिकार वह खुद ही बन जाते  हैं। एण्डटीवी के कलाकारों ने अपने साथी को-स्टार्स और प्रियजनों के साथ हुई ऐसी ही कुछ बेहद मजेदार प्रैंक्स के बारे में बात की। इसमें एक-दूसरे के साथ हंसी-मजाक और मस्ती करने से बने मजबूत रिश्तों की झलक मिलती है। इन कलाकारों में शामिल हैं – व्योम ठक्कर (नन्हा अटल, ‘अटल’), आर्यन प्रजापति (ऋतिक, ‘हप्पू की उलटन पलटन’) और शुभांगी अत्रे (अंगूरी भाबी, ‘भाबीजी घर पर हैं’)। एण्डटीवी के शो ‘अटल‘ में नन्हें अटल की भूमिका निभा रहे व्योम ठक्कर ने कहा, ‘‘अपने को-स्टार्स के साथ प्रैंक्स करने में मुझे बड़ा मजा आता है। इसके लिये सिर्फ अप्रैल फूल वाले दिन का इंतजार नहीं होता है, बल्कि यह कभी भी हो सकता है! खासकर एक प्रैंक जो मुझे याद है, वह नेहा दीदी के साथ हुई थी। वह मेरी आॅन-स्क्रीन माँ ‘कृष्णा देवी’ बनी हैं। वह ‘अटल’ के सेट का एक आम दिन था और मैंने रबर के एक कीड़े से काम लेने की सोची। वह मेरे एक कजिन ने मुझे तोहफे में दिया था। मैंने सेट पर दूसरे बच्चों की मदद से वह कीड़ा नेहा दीदी के कंधे पर गिरा दिया। और फिर हम सबने नाटक किया कि उन पर असली कीड़ा गिरा है। वह मान गईं और उसे हटाने की कोशिश करने लगीं। लेकिन फिर पता चल ही गया कि वह तो एक प्राॅप था, जो नुकसान नहीं पहुंचाता। हमारी कोशिश कामयाब नहीं हो पाई, लेकिन असली मजा तब शुरू हुआ, जब नेहा दीदी ने यह प्रैंक  आशुतोष दादा से करने में हमारा साथ दिया। वह मेरे आॅन-स्क्रीन पिता ‘कृष्ण बिहारी’ की भूमिका निभा रहे हैं। उनका रिएक्शन  कमाल का था और वह हमारे साथ चिल्लाने लगे। उन्हें हंगामे का असली कारण पता ही नहीं था।’’

एण्डटीवी के शो ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में ऋतिक की भूमिका निभा रहे आर्यन प्रजापति ने कहा, ‘‘मुझे एक घटना अच्छी तरह से याद है। बात उस वक्त की है, जब मैं फिल्म सेट पर काम किया करता था। हम लगभग रोजाना ही शरारतें करते थे, लेकिन यह तो कमाल ही था। मेरा जन्मदिन था और हर किसी ने उत्सुकता से पूछा कि पार्टी कहाँ है? तो मैंने उन्हें पेस्ट्रीज से सरप्राइज देने का फैसला किया। हालांकि, मैं एक ट्विस्ट लेकर आया और मैंने एक चाॅकलेट पेस्ट्री की क्रीमी फिलिंग में सूखी लाल मिर्च का पाउडर डाल दिया। जब लोगों ने उसे खाया, तब हंगामा हो गया! उनके अजीब रिएक्शंस के बीच कुछ लोग तो मेरे पीछे भागे और वे साफतौर पर नाखुश दिख रहे थे। बाद में मेरी माँ ने खाना खराब करने के लिये मुझे डांटा और मैं समझ गया कि इस प्रैंक का मुझे अच्छा फल नहीं मिला (हंसते हैं)।’’ एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में अंगूरी भाबी की भूमिका निभा रहीं शुभांगी अत्रे ने कहा, ‘‘मैं एक चुलबुली ट्रिक्स्टर हूँ और अपनी बेटी आशी के साथ शरारत करने से खुद को रोक नहीं पाती हूँ। वह अक्सर अपना फोन कहीं रखकर भूल जाती है। एक दिन जब वह पागलों की तरह अपना फोन ढूंढ रही थी, तब मैंने चुपके से उसका फोन लेकर दरवाजे पर लटके उसके जैकेट की जेब में डाल दिया। वह दो घंटे तक पूरे घर में अपना फोन ढूंढती रही। मैं उसकी हालत ज्यादा देर तक नहीं देख सकी और मैंने प्यार से कहा कि क्या तुमने अपने जैकेट की जेब देखी है? कभी-कभी चीजें वहाँ मिल जाती हैं, जहाँ से हमें कम उम्मीद होती है। हालांकि, उसका कहना था कि अगर फोन नहीं मिलता है, तो शाम को दूसरा फोन खरीदना होगा। यह सुनकर मैंने तुरंत उसके जैकेट से उसका फोन निकालकर उसे दे दिया। उसके चेहरे पर अविश्वास और खुशी का मिला-जुला रूप देखने को मिला और वह जोर से हंसने लगी। उसे पता चल गया था कि आखिरकार मेरी प्रैंक का शिकार वह नहीं, बल्कि मैं खुद हुई थी।’’

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