एण्डटीवी के शो ‘और भई क्या चल रहा है?‘ में ज़फर अली मिर्ज़ा की भूमिका निभा रहे पवन सिंह ने अपनी सटीक काॅमिक टाइमिंग और अभिनय के हुनर से दर्शकों को काफी प्रभावित किया है। दर्शकों से मिली बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया से पवन बहुत उत्साहित हैं, लेकिन कई लोगों को यह पता नहीं है कि एक्टिंग उनके लिये कॅरियर की पहली पसंद नहीं थी! उन्हें सबसे ज्यादा क्रिकेट पसंद था। पवन अपनी किशोरावस्था में एक पेशेवर क्रिकेटर थे और उन्होंने हमेशा एक दिन अपने देश के लिये खेलने का सपना देखा था। लेकिन परिवार में एक मेडिकल इमरजेंसी होने के कारण उन्हें क्रिकेट छोड़ना पड़ा और फिर उन्होंने अभिनय को अपना कॅरियर बनाने की ठान ली।
क्रिकेट छोड़ने का कारण बताते हुए, ‘और भई क्या चल रहा है?’ के ज़फर अली मिर्ज़ा, यानि पवन सिंह ने कहा, ‘‘क्रिकेट हमेशा से मेरा पसंदीदा खेल था और मैंने हमेशा देश के लिये क्रिकेट खेलने का सपना देखा था। मैं अपने स्कूल और काॅलेज की क्रिकेट टीमों में रह चुका था और कई इंटर-स्कूल और काॅलेज टूर्नामेंट्स में भाग ले चुका था। मैं बल्लेबाज था और दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में रोज प्रैक्टिस करता था। हालांकि, मेरे ग्रेजुएशन के आखिरी सेमेस्टर के दौरान मेरे पिताजी के लिवर में बड़ी खराबी आ गई और उनका तुरंत ट्रांसप्लांट जरूरी था। वह समय हमारे पूरे परिवार के लिये काफी चिंताजनक और चुनौतीपूर्ण था। मैंने तुरंत अपने लिवर का एक हिस्सा दान करने का फैसला लिया, जिसके कारण मुझे तीन साल तक अपनी शारीरिक गतिविधियों को सीमित रखना पड़ा। भगवान की कृपा से मेरे पिताजी ने ट्रांसप्लांट पर अच्छी प्रतिक्रिया दी और वे पूरी तरह से ठीक हो गये। फिर मैंने कुल मिलाकर क्रिकेट को छोड़ने और पढ़ाई तथा एक्टिंग पर ध्यान देने का फैसला किया। जब मैं अतीत की ओर देखता हूँ, तब लगता है कि एक्टर बनना मेरी किस्मत में ही था।’’
एक्टिंग में अपने सफर के बारे में बताते हुए पवन ने आगे कहा, ‘‘मैंने कभी एक्टर बनने के बारे में नहीं सोचा था। लेकिन काॅलेज के एक इवेंट में एक दोस्त ने सलाह दी कि मैं इसकी कोशिश करूं, क्योंकि मैं अच्छा दिखता था। और भाग्य से, मुझे रोल मिल गया। फिर जल्दी ही मेरी इसमें रुचि जागी और मैंने इसे पेशेवर तौर पर अपनाने, अपनी कुशलताओं को निखारने और इसकी बारीकियाँ समझने का फैसला किया। 2009 में मैंने दिल्ली के श्री राम सेंटर फाॅर परफाॅर्मिंग आर्ट्स को जाॅइन किया और 2013 में सपनों के शहर मुंबई में कदम रखा। शुरूआत में मेरे पेरेंट्स को दुख हुआ कि मैंने क्रिकेट के अपने कॅरियर और जुनून का बलिदान दे दिया था। लेकिन आज उन्हें मुझ पर और अभिनय के क्षेत्र में मेरी सफलता पर बहुत गर्व है। एण्डटीवी के शो ‘और भई क्या चल रहा है?’ ने मुझे घर-घर में पहचान दिलाई है और प्रशंसकों से मुझे जो प्यार और लगाव मिला है, उसके लिये मैं और मेरा परिवार बहुत आभारी है। अपने परिवार की खुशी और सुख से ज्यादा संतोषजनक कुछ नहीं होता है और मेरा सौभाग्य है कि मैं उन्हें यह दे सका! वास्तव में हाल ही मैंने क्रिकेट के अपने पैशन को भी दोबारा जिया, जब हमारे शो में क्रिकेट पर आधारित एक खास कहानी थी। मैंने इसके हर पल का मजा लिया और सभी कलाकारों के साथ क्रिकेट खेला।’’