रोमांस, ड्रामा, रोमांच और ऐक्शन के स्तर को और बेहतर बनाते हुए, सोनी सब का शो ‘ज़िद्दी दिल- माने ना’ अच्छाई बनाम बुराई का किस्सा लेकर लौट आया है, लेकिन इस बार इसमें एक ट्विस्ट है। स्पेशल एजेंट करण शेरगिल (शालीन मल्होत्रा) का हमशक्ल उसकी पहचान के साथ पराक्रम एकेडमी में है और उसकी आँखें खूबसूरत और दयालु मोनामी (कावेरी प्रियम) पर टिकी हैं। धानु की कैद में करण परेशान है, लेकिन करण बनकर आया बल्ली हर किसी के दिमाग में शक पैदा कर रहा है, क्योंकि करण की शख्सियत और अनुशासन किसी से मेल नहीं खाता है। इस बीच हम होली पार्टी के दृश्य देखते हैं, जिनमें बल्ली मजे करने के मूड में है और वह मोनामी को नशे में लाने के लिये भांग देता है।
इस बीच, संजू (दिलजोत छाबड़ा), जिसने बल्ली पर बहुत शक किया है, बल्ली के ब्लड रिपोर्ट्स का इंतजार करती है। दूसरी ओर, बल्ली मोनामी को गलत इरादों से एक सुनसान जगह पर ले जाता है और संजू अपने शक को पुख्ता करने के लिये डॉक्टर के पास जाती है। रिपोर्ट से पता चलता है कि बल्ली बहरूपिया है और संजू दौड़कर एकेडमी पहुँचती है, जहाँ उसे मोनामी और बल्ली नहीं मिलते हैं। दूसरी ओर, धानु के साथ मुठभेड़ के बाद करण उस पर गोली चलाता है और भागने में कामयाब हो जाता है। मोनामी की चिंता में वह एकेडमी पहुँचता है, लेकिन क्या वह सही समय पर उसे बचा पाएगा? करण और मोनामी की किस्मत में आगे क्या है?
करण और बल्ली की भूमिका निभा रहे शालीन मल्होत्रा ने कहा, “करण को उम्मीद है कि मोनामी बल्ली को पहचान लेगी, क्योंकि उनका रिश्ता ऊपरी दिखावट से बढ़कर और बहुत मायने रखने वाला है। दोनों एक-दूसरे के साथ अंतरात्मा से जुड़े हैं और उनके बीच ऐसा लगाव है, जिसे नकारा नहीं जा सकता। बल्ली करण की नकल कर सकता है, लेकिन उसकी तरह परवाह करने वाला और सभ्य नहीं बन सकता और इसलिये करण को उम्मीद है कि मोनामी उसे पहचान लेगी और वैसा ही बर्ताव करेगी। करण तनाव में है, पर बल्ली कुछ ऐसा करना चाहता है, जो अनैतिक है। किसी को भी किसी भी स्थिति में किसी महिला का गलत फायदा नहीं उठाना चाहिये। हमारे शो का यह हिस्सा सभी पुरूषों को सबक देता है कि हमें खुद को बल्ली के लेवल पर नहीं जाना चाहिये और करण जैसा बनना चाहिये, ताकि उन्हें भी किसी दिन उनकी मोनामी मिले।”
मोनामी की भूमिका निभा रहीं कावेरी प्रियम ने कहा, “मोनामी को शक तो है, लेकिन वह बल्ली को शक का फायदा दे रही है। वह करण की सेहत के लिये चिंतित है और उसके एक्सीडेंट के बाद से ही मानसिक रूप से परेशान है। बल्ली मोनामी पर लट्टू है और सोच रहा है कि उसका फायदा उठा सकता है, क्योंकि करण और मोनामी के बीच रिश्ता है। लेकिन यह हर तरह से गलत है। बल्ली द्वारा एक महिला का गलत फायदा उठाने की सोचना भी गलत है। मोनामी केवल यही उम्मीद कर सकती है कि करण उसे बचाएगा। यह किस्सा स्थिति को बदलने वाला है और उम्मीद है कि किस्मत हम दोनों का साथ देगी।”