चंडीगढ़ एमएमएस घटना को ध्यान में रखते हुए हाल में आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह के एनजीओ ‘यूनाइटेड बाय ब्लड’ ने एक नेक और बहुत जरूरी पहल ‘नो शेम मूवमेंट’ शुरू की है, जिसे सारा अली खान, किरण रिजिजू और अमृता फडणवीस का पूरा समर्थन मिला है। यह “गैर-सहमति वाली छवि साझाकरण” के कारण युवा लड़कियों का सामना करने वाली कमजोरियों को दूर करने की दिशा में एक कदम है, जिसे “रिवेंज पोर्न” के रूप में भी जाना जाता है।
दरअसल अकसर देखा गया है कि आमतौर पर लड़कियां पीड़िता को दोष देने और शर्मसार करने के डर से अधिकारियों के पास नहीं जाती हैं और यहां तक कि अपने माता-पिता से बात करने से भी डरती हैं। इसलिए, यह बहुत जरूरी हो जाता है कि इन युवा पीड़ितों को उचित कानूनी मार्गदर्शन, राज्य के अधिकारियों से संस्थागत सहायता और साइकोलॉजिल काउंसलिंग मिले। यूनाइटेड बाई ब्लड, इस नो शेम मूवमेंट द्वारा, इन तीनों पहलुओं में युवा लड़कियों की सहायता के लिए कमिटेड है।
आईएएस ऑफिसर अभिषेक सिंह साझा करते हैं, “विभिन्न पहलों के साथ समाज की मदद करने का यह एक निरंतर कोशिश है। ‘नो शेम मूवमेंट’ महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने की दिशा में एक अभिन्न कदम है। इस अभियान को सरकार, सार्वजनिक हस्तियों, साइकोलॉजिस्ट, माता-पिता, वकीलों, मीडिया जैसे लोगों द्वारा सपोर्ट किया जाएगा। हमारे पास इसके लिए एक खास हेल्प लाइन होगी जहां छात्र हमसे संपर्क कर सकते हैं। हम एक चैट ग्रुप भी शुरू करेंगे जहां वे सभी जो या तो किसी शिकायत से परेशान हैं या जो इस कारण को महसूस करते हैं, आगे आ सकते हैं और बोल सकते हैं और चर्चा कर सकते हैं। मैं श्रीमती अमृता फडणवीस और सारा अली खान को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने इस पहल का समर्थन करने के लिए आगे कदम बढ़ाया जो इसे व्यापक दर्शकों तक पहुंचने में मदद करेगा।