अपने नए शो ‘इस मोड़ से जाते हैं‘ के लिए आशीवार्द लेने सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे हितेश भारद्वाज और अक्षिता मुद्गल

ज़ी टीवी एक ऐसी कहानी लेकर आया है, जो दशर्कों को उन औरतों के प्रति दोबारा सोचने पर मजबूर कर देगी, जो अपने सहयोगी पुरुषों से ज्यादा सफलता हासिल कर रही हैं। कुछ ऐसी ही उलझन है परागी पराशर की, जो ज़ी टीवी के अगले फिक्शन शो ‘इस मोड़ से जाते हैं‘ की नायिका हैं, जो अपने प्रेमी संजय पाठक के साथ मिलकर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रही हैं। जहां दोनों ही आईएएस अधिकारी बनने की हसरत रखते हैं, वहीं यह शो इन दोनों के परिवारों की सोच को दशार्ता है, जब परागी अच्छे नंबरों से यूपीएससी परीक्षा पास कर लेती है, जबकि संजय ऐसा नहीं कर पाता! इस शो का प्रीमियर 6 दिसंबर को हुआ है। हाल ही में इस शो के लीड किरदार संजय (हितेश भारद्वाज) और परागी (अक्षिता मुद्गल) अपने नए सफर के लिए आशीवार्द लेने मुंबई के मशहूर सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे।

हितेश भारद्वाज और अक्षिता मुद्गल अपनी शूटिंग से पहले सुबह-सुबह सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे और भगवान गणेश का आशीवार्द लिया।

अक्षिता मुद्गल ने कहा, ‘‘जब से मैंने काम करना शुरू किया है, मैं हमेशा सिद्धिविनायक मंदिर आती हूं और मैं मानती हूं कि आप गणपति जी के मूषक से जो भी मुराद मांगते हैं, वो पूरी हो जाती है। ‘इस मोड़ से जाते हैं‘ के लॉन्च के बाद ही मैं श्री सिद्धिविनायक जी के मंदिर जाकर उनका आशीवार्द लेना चाहती थी। जब भी मैं कुछ नया शुरू करती हूं, तो मैं आमतौर पर ऐसा ही करती हूं। इस दौरान मेरे को-स्टार हितेश भी मेरे साथ थे और हमने गणपति बप्पा का आशीवार्द लेकर इस नए सफर की शुरुआत की और मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। मैं कहना चाहूंगी कि मैं परागी का रोल निभाने को लेकर बेहद उत्साहित और गवर् महसूस कर रही हूं। उम्मीद है सभी हमें अपना प्यार और आशीवार्द देंगे।‘‘

हितेश भारद्वाज ने कहा, ‘‘मैं अब तक जितनी भी जगहों पर गया हूं, उनमें सिद्धिविनायक सबसे सुकूनदायक स्थानों में से एक है। जब भी मेरा कोई शो शुरू होता है, तो मैं हमेशा यहां आता हूं। इस मोड़ से जाते हैं के लिए हम सुबह-सुबह सिद्धिविनायक पहुंचे और मैं कहना चाहूंगा कि यह एक अलौकिक अनुभव था। अभी-अभी हमारे सफर की शुरुआत हुई है और मैं संजय पाठक का किरदार निभाने को लेकर बेहद उत्सुक हूं। मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि सभी चीजों के लिए बप्पा का धन्यवाद। हमें मिल रहे प्यार और सराहना के लिए मैं खुद को धन्य मानता हूं।‘‘

जहां परागी और संजय आईएएस ऑफिसर बनने के लिए मेहनत कर रहे हैं, वहीं यह देखना भी दिलचस्प होगा कि क्या होता है, जब परागी अपनी परीक्षा पास कर लेगी, जबकि संजय ऐसा नहीं कर पाता।

getmovieinfo

 

Related posts