डांस सिर्फ़ एक मूवमेंट नहीं है कृ ये खुशी है, जुनून है और ज़िंदगी का जश्न है। बहुत से लोगों के लिए ये फिट रहने या अपनी भावनाएँ ज़ाहिर करने का ज़रिया है, लेकिन कुछ कलाकारों के लिए ये एक दिल से जुड़ा रिश्ता है जो उनकी आत्मा को ऊर्जा देता है। इस इंटरनेशनल डांस डे पर टीवी कलाकारों ने अपने डांस के प्रति गहरे प्यार, उससे मिलने वाली खुशी, और किस तरह यह उनकी कला की यात्रा को आकार देता है, इस बारे में बातें कीं। इन कलाकारों में शामिल हैं: नीता मोहिन्द्रा (‘भीमा‘ कैलाशा बुआ), सपना सिकरवार (‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की बिमलेश) और शुभांगी अत्रे (‘भाबीजी घर पर हैं‘ की अंगूरी भाबी)। भीमा में कैलाशा बुआ की भूमिका निभा रहीं नीता मोहिन्द्रा ने बताया, ‘‘डांस से मुझे खुशी मिलती है और यह खुद को जाहिर करने के लिये मेरा सबसे पसंदीदा तरीका है। डांस थियेटर और टेलीविजन की दुनिया में गुजरी मेरी जिन्दगी में हमेशा मेरे साथ रहा है। भरतनाट्यम और ओडिसी जैसे शास्त्रीय नृत्यों से लेकर भांगड़ा और गिद्दा की जोश से भरी धुनों तक, डांस का हर स्टाइल मुझे खुद के करीब ले गया है। मेरे लिये डांस एक गतिमान भावना है। चाहे मैं स्टेज पर हूँ या घर पर अकेली डांस करूं, मुझे शांति, ऊर्जा और अपनेपन का एहसास मिलता है। मुझे डांस करने में केवल मजा नहीं आता है, बल्कि जब भी मैं खुश होती हूँ और अपनी खुशी दिखाना चाहती हँू, तब मुझे डांस करना ही सबसे अच्छा लगता है (हंसती हैं)।
‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में बिमलेश की भूमिका निभा रहीं सपना सिकरवार ने कहा, ‘‘डांस ने मुझे हमेशा खुश किया है। एक्टर बनने से पहले मैं काॅलेज इवेंट्स और शादियों को भी कोरियोग्राफ किया करती थी! कथक से लेकर बाॅलीवुड तक हर फाॅर्म ने मुझे गहराई से महसूस करना और ईमानदारी से खुद को जाहिर करना सिखाया है। मुझे अपने पहले सोलो डांस का रोमांच अब भी याद है, जब मेरी धड़कन की लय संगीत, रोशनी और तालियों के साथ बन गई थी। आज भी मुझे अपने सीन को कोरियोग्राफ करना और शाॅट्स के बीच कुछ मूव्स दिखाना अच्छा लगता है। डांस से मेरा उत्साह बढ़ जाता है, क्योंकि वह मजेदार होता है, आजादी का एहसास देता है और मेरे भीतर के परफाॅर्मर को जोश से भर देता है।’’ ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में अंगूरी भाबी का किरदार निभा रहीं शुभांगी अत्रे ने कहा, ‘‘डांस हमेशा से मेरे दिल के करीब रहा है और मुझे सबसे ज्यादा एनर्जी इसी से मिलती है। कथक की ट्रेनिंग ने मुझे खूबसूरती और अनुशासन के साथ पेश आना सिखाया है और इससे भी बढ़कर मैंने खुद को पूरी तरह से जाहिर करना उससे सीखा है। मैंने लावणी, गरबा और बाॅलीवुड किया है और यह सभी मुझे पसंद हैं। कभी-कभी मैं हमारे शो में डांस सीक्वेंस को कोरियोग्राफ भी करती हूँ और इस तरह मुझे ज्यादा ऊर्जा का अनुभव होता है। मेरा दिन चाहे कितनी भी व्यस्तता में गुजरे, कुछ पल डांस करने पर मुझे खुशी और शांति मिल जाती है। मेरे लिये डांस सिर्फ एक स्किल नहीं है, बल्कि एक भावना और लय है, जो मेरे भीतर बसती है।’’