अनापेक्षित मोड़ों से भरा सप्ताह!

एण्डटीवी के ‘दूसरी माँ‘, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में इस हफ्ते किरदार खुद को मुश्किल हालातों में फंसा हुआ पायेंगे। एण्डटीवी के ‘दूसरी माँ‘ की कहानी के बारे में बताते हुये कृष्णा (आयुध भानुशाली) ने कहा, ‘‘मालती दादी (अनीता प्रधान) बच्चों के साथ यशोदा (नेहा जोशी) से मिलने उनके नये घर पर आती हैं। इस बीच रणधीर (दर्शन दवे) गायत्री से मिलता है और यशोदा के खिलाफ एक योजना बनाता है। दादा (सुनील दत्त) गुप्ता निवास में मालती की तलाश करते हैं और तभी बंसल वहां पहुंचकर दावा करता है कि उसने मालती को यशोदा के घर जाते देखा है, जिससे हंगामा मच जाता है। परिवार के लोग मालती से इस बारे में पूछते हैं, लेकिन वह खामोश रहती है। बच्चों के लिये यशोदा पड़ोसियों से पैसे उधार मांगती है, जो सुरेश गुप्ता (दादा जी) को उनकी बहू एवं बच्चों को घर से निकालने पर भला-बुरा कहते हैं। इससे दादाजी को काफी ठेस पहुंचती है। यशोदा दुकानदार के पास जाती है और उससे हर महीने दूध खरीदने और महीने के आखिर में सारा उधार चुकता करने का अनुरोध करती है। दुकानदार उसे अशोक गुप्ता की पत्नी के रूप में पहचान लेता है और उससे बहुत रूखा व्यवहार करता है। इस बीच रणधीर वहां पहुंच कर मामले में दखल देता है, जिससे बात और भी बढ़ जाती है। दुकानदार उससे पूछता है कि उसका यशोदा से क्या रिश्ता है, जिस पर रणधीर उसे थप्पड़ मार देता है। इन चैंकाने वाली घटनाओं के बीच, सुरेश को यशोदा का एक अदालती नोटिस मिलता है, जिससे सभी हैरान रह जाते हैं।‘‘

एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कहानी के बारे में बताते हुये हप्पू (योगेश त्रिपाठी) कहते हैं, ‘‘कमिश्नर (किशोर भानुशाली) हप्पू (योगेश त्रिपाठी) को बताता है कि आईजी भाटी अपनी फैमिली के साथ कानपुर में हैं और उनसे मिलता चाहते हैं। हालांकि, हप्पू इस मुलाकात को टालना चाहता है, क्योंकि उसकी पत्नी राजेश (कामना पाठक) केदारनाथ में हैं। लेकिन इसके बावजूद वह प्रोमोशन की उम्मीद में मन-मारकर उन्हें आमंत्रित करता है। उनके सामने एक सम्पूर्ण परिवार की तस्वीर पेश करने के लिये हप्पू बेनी (विश्वनाथ चटर्जी) से मदद मांगता है और बिमलेश (सपना सिकरवार) से अपनी पत्नी होने का नाटक करने के लिये कहता है। हप्पू के घर आने पर आईजी बिमलेश में दिलचस्पी दिखाता है, उसके साथ फ्लर्ट करने लगता है, जो हप्पू को अच्छा नहीं लगता। बाद में आईजी की पत्नी हप्पू को कानपुर में एक क्लासमेट के बारे में बताती है और उससे उस व्यक्ति के पते की पुष्टि करने के लिये कहती है। हप्पू को यह जानकर हैरानी होती है कि फोन पर दूसरी ओर जो शख्स है, वो दरअसल बेनी है। हप्पू की जिज्ञासा बढ़ जाती है और वह आईजी की पत्नी और बहन सरला को बेनी के घर ले जाता है। बेनी से मिलने के बाद आईजी की पत्नी गलती से यह समझ बैठती है कि बेनी कुंवारा है और उसे लगता है कि उसकी ननद सरला के लिये वह एक परफेक्ट मैच हो सकता है। अगले दिन, आईजी फिर से हप्पू के घर पहुंचता है और बेनी एवं सरला के शादी का प्रस्ताव रखता है, जिससे सभी चैंक जाते हैं।‘‘ एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की कहानी के बारे में बताते हुये मनमोहन तिवारी (रोहिताश्व गौड़) ने कहा, ‘‘विभूति (आसिफ शेख) की दूर की बहन के रूप में मर्यादा (विजय लक्ष्मी माल्या) की एंट्री होती है। वह उसके पास पहुंचती है और बताती है कि वह गंभीर बीमारी से जूझ रही है और अब उसकी जिंदगी के सिर्फ तीन दिन बाकी हैं। वह सच्चे प्यार का अनुभव किये बिना मरने के डर से अपने भाई विभूति से अनुरोध करती है कि वह उसके लिये प्यार की तलाश करे। विभूति के आग्रह पर मनमोहन तिवारी (रोहिताश्व गौड़) उसका प्रेमी बनकर उससे मिलने के लिये तैयार हो जाता है। हालांकि, कहानी में उस समय एक अनापेक्षित मोड़ आ जाता है, जब मर्यादा को तिवारी जी से प्यार हो जाता है और वह उससे शादी करने की इच्छा जताती है। यह कहानी बेहद मजेदार होने वाली है, क्योंकि मर्यादा के शादी के प्रस्ताव से सबकुछ उलटा-पुलटा होने वाला है। विभूति और तिवारी कहानी में आये इस अनापेक्षित मोड़ को कैसे संभालेंगे?‘‘

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