मंदिरा बेदी ने शादी के बाद लिये कुछ कड़े फैसले

शहज़ाद अहमद / नई दिल्ली 

 

मजबूत महिलाएं अक्सर उन रूढि़यों को तोड़ देती हैं, जो उन्हें और उनकी शक्ति को कम करके आंकते हैं। ये महिलाएं हर कदम पर खुद को साबित करती हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें आज के जमाने में भी टाइपकास्ट किया जाता है। कुछ ऐसे ही गैरजरुरी लेबल्स को हटाते हुए प्रसिद्ध अभिनेत्री और फिटनेस फ्रिक मंदिरा बेदी ने बेहद कम उम्र से ही अपने फैसले खुद लेने शुरू कर दिये थे। फिर चाहे ऐक्‍ट्रेस बनने के अपने सपने को पूरा करने की बात हो या फिर उस शख्‍स से शादी करने की जिससे वह प्‍यार करती हैं, उन्‍होंने हमेशा ही अपनी जिंदगी के फैसले खुद लिए हैं और इन फैसलों पर वे मजबूती से कायम भी रही हैं। एक भारतीय नारी होने के नाते उन पर ढेरों रूढ़ीवादी मानसिकताओं ने हावी होने की कोशिश की लेकिन वह बेहद ख़ूबसूरती से उन सभी को पीछे छोड़कर कर आगे बढ़ी। मंदिरा बेदी ने अपने जीवन में कई मजबूत फैसले लिए हैं, ऐसा ही एक कड़ा फैसला है, शादी के बाद माँ बनने की जगह अपने कॅरियर को प्राथमिकता देना। किसी भी तरह के पूर्वाग्रहों को दूर रखते हुए, मंदिरा ने अपने जीवन में मातृत्व का आगमन शादी के 12 साल बाद होने दिया ताकि वे तब तक अपनी सभी व्यावसायिक प्राथमिकताओं को पूरी कर सकें। इसके बारे में और अधिक बताते हुए मंदिरा कहती हैं, “मैं आज जिस तरह की शख्सियत हूँ, वह मुझे मेरे कॅरियर ने ही बनाया है। मैंने बहुत संघर्ष किया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अपना नाम बनाया, मुझे इस पर काफी गर्व है। भारतीय समाज में, महिला होने पर आपको बहुत सारे स्टीरियोटाइप से जूझना पड़ता है। जब मैंने काम की प्राथमिकताओं के चलते देर से गर्भवती होने का निर्णय लिया तो यह मेरे जीवन का सबसे मुश्किल फैसला था। लोगों ने मुझे अलग तरह से देखना शुरू किया और मुझे कॅरियर ओरिएंटेड कहना शुरू किया। आपको लग सकता है कि यह एक अच्छी चीज थी लेकिन हमारा समाज शादीशुदा औरतों को एक अलग ही चश्में से देखता है। यहाँ तक कि मेरे बच्चे के पैदा होने के बाद भी मैं अपनी व्यावसायिक और निजी जिंदगी के बीच में विभाजित रही। ऐसे में मेरे लिए राहत की इकलौती बात मेरे पति थे, जो मुझे तब भी बेहद सहयोग करते थे और आज भी बेहद सहयोग करते हैं। वे हमारे बच्चे का ख्याल रखते हैं ताकि मैं आराम से शूटिंग कर सकूं। मेरा हर शादीशुदा महिला को यही संदेश है कि वह खुद पर और अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखें और सामाजिक मान्यताओं और नियमों से अधिक प्रभावित न हो।” ऐसे ही कई स्टीरियोटाइप को तोड़ते हुए, मंदिरा बेदी को आप देख सकते हैं, एमएक्स प्लेयर की अपनी तरह की पहली रियलिटी सीरिज ‘शादी फिट’ में। यह सीरिज आपको चार युवा कपल्स की व्यक्तिगत यात्रा और अपने ‘बिग डे’ के लिए उनके ‘फिट’ होने के अनुभव से आपको रूबरू करवाएगी। विशेषज्ञों की सलाह और इन जोड़ियों के बीच का विश्वास और इनकी ईमानदारी ही इस बात का पैमाना होगी कि इन जोड़ियों में से कौन सी जोड़ी सबसे अधिक ‘फिट’ जोड़ी के तौर पर उभरती है।

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